भिलाई / [न्यूज़ टी 20 ] यूक्रेन में फंसी एक भारतीय स्टूडेंट की मदद की गुहार ने उसकी पोल खोल दी. दरअसल छात्रा हरदोई जिले के एक गांव की प्रधान है. प्रधान होते हुए भी वह मेडिकल की पढ़ाई करने विदेश गई है. इस पर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.

रूस से लड़ाई के बीच यूक्रेन में फंसी एक ऐसी छात्रा का वीडियो सामने आया है, जो उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में प्रधान है. छात्रा यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी पढ़ाई कर रही है. वीडियो सामने आने के बाद हरदोई प्रशासन ने प्रधान के खातों की जांच के आदेश दिए हैं और साथ ही पूरे मामले की छानबीन की जा रही है कि प्रधान रहते हुए छात्र कैसे बाहर चली गई.

दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में यूक्रेन में फंसी एक छात्रा इंडियन एंबेसी से मदद की गुहार लगा रही थी. बाद में पता चला कि वह उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की है और मौजूद प्रधान भी हैं. यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है. उसका नाम वैशाली है.

वैशाली पंचायत चुनाव में गांव आई थी और ग्राम प्रधान का चुनाव लड़कर जीता भी था. उसके पिता पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र यादव हैं, जो कि समाजवादी पार्टी में नेता भी हैं. हरदोई जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष मीरा अग्रवाल ने कहा कि वैशाली जिले के सांडी ब्लाक के तेरापुरसेलीं गावं की प्रधान है, इस चुनाव में प्रधान चुनी गई थी, उनके पिताजी कामकाज देखते हैं.

हरदोई की सीडीओ आकांक्षा राणा के मुताबिक, वैशाली नाम की छात्रा एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गई है जो कि हरदोई की रहने वाली और तेरा पुरसैलीगांव की प्रधान भी है. वैशाली पिछले साल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में गांव आई थी, वह यूक्रेन के खार्कीव में एक यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है.

हरदोई की सीडीओ आकांक्षा राणा ने कहा कि इस पूरे मामले पर जांच की जा रही है कि आखिर प्रधान रहते हुए वह कैसे यूक्रेन चली गई और उसके खातों का जो संचालन किया जा रहा है, वह किसके द्वारा किया जा रहा है. फिलहाल प्रधान के खाते को सीज कर दिया गया है.

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