मगरमच्‍छों को धरती पर सबसे ताकतवर श‍िकारी माना जाता है. कोई भी इनके जबड़े में अगर फंस गया, तो बच पाना मुश्क‍िल ही नहीं नामुमक‍िन है. लेकिन अब वैज्ञान‍िकों को एक ऐसे कीड़े की खोज की है, जो इन मगरमच्‍छों का पूरी तरह सफाया कर सकते हैं. यहां तक क‍ि उनकी मोटी चमड़ी में घुसकर ये कंकाल तक खा जाते. वैज्ञान‍िकों ने इन्‍हें जोंबी कीड़े’ नाम दिया है.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में लुइसियाना यूनिवर्सिटीज़ मरीन कंसोर्टियम के साइंटिस्‍ट ने एक प्रयोग किया. उन्‍होंने तीन मृत मगरमच्‍छों को मैक्सिको की खाड़ी में 6,560 फीट नीचे ग‍िराया. यह देखना चाहते थे कि समुद्र की इतनी गहराई में कौन से जानवर इन्‍हें खा सकते हैं. क्‍योंकि मगरमच्‍छों की खाल काफी मोटी होती है. यहां तक क‍ि उसकी त्‍वचा पर गोली का भी असर नहीं होता. इसे आप क‍िसी बॉडी आर्मर या बुलेटप्रूफ जैकेट जैसा समझ सकते हैं. मगरमच्छ की चमड़ी को स्कूट्स कहते हैं जो केराटीन से बनती है. इसल‍िए इसे भेदना आसान नहीं होता. लेकिन साइंंटिस्‍ट ने जो देखा, हैरान रह गए.

30 फीट तक घसीट ले गए

एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक मगरमच्‍छ का वजन लगभग 39 क‍िलोग्राम था, इसके बावजूद कीड़े उसे 30 फीट तक घसीट ले गए. इतना ही नहीं, ज‍िन रस्‍स‍ियों से इन मगरमच्‍छों को बांधा गया था, उन्‍हें भी काट दिया. एक दिन के अंदर ही 9 बड़े आइसोपोड्स मगरमच्‍छ की खाल के अंदर घुस गए और मांस खाने लगे. दूसरा मगरमच्‍छ लगभग 100 किमी दूर गिरा था, ज‍िसे केवल 51 दिनों में ये कीड़े खा गए. यहां तक क‍ि उसकी खोपड़ी, रीढ़ की हड्डी भी नहीं बची. तीसरे मगरमच्छ को गहरे समुद्र में रहने वाले क्रस्टेशियंस ने सिर्फ 8 दिन के अंदर खा लिया.

हड्डियों को चूसते में माह‍िर

वैज्ञान‍िकों ने पाया क‍ि मगरमच्‍छ को ज‍िस रस्‍सी से बांधा गया था, वह लगभग 20 क‍िलो की थी. जो पानी में भीगने के बाद और भारी हो गई होगी. इसके बावजूद कीड़े उसे काटने में सफल रहे. परीक्षणों से पता चला क‍ि “ज़ोंबी कीड़े” आमतौर पर मृतकों की हड्डियों को चूसते हैं और इन्‍हीं के भरोसे जीवित रहते हैं. इन्‍हें पहले कभी मेक्सिको के आसपास नहीं देखा गया. ये आमतौर पर अंटार्कटिका और कैलिफोर्निया में दिखते रहे हैं. यह पहली बार है क‍ि इस तरह के जीव यहां नजर आए हैं.

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