क‍िसी को चंद मिनटों बाद फांसी दी जानी हो, तो सोच‍िए उसके मन में क्‍या चल रहा होगा. कुछ प्र‍ियजनों को याद कर रहा होगा; शायद भगवान से प्रार्थना कर रहा हो. कई बार ऐसी खबरें भी आती हैं क‍ि फांसी से पहले दोषी ने कुछ नहीं खाया. कुछ नहीं पीया. अपने लोगों का नाम लेता रहा. लेकिन अब हैरान कर देने वाली एक खबर सामने आई है. सजा-ए-मौत से पहले एक शख्‍स ने सैंडव‍िच-बर्गर ऑर्डर किया. भरपेट खाना और फ‍िर उसे इंजेक्‍शन देकर मार दिया गया.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेर‍िकी राज्‍य जॉर्जिया में विली जेम्स पाइ नाम के इस शख्‍स को जहर का इंजेक्‍शन देकर सजा-ए-मौत दी गई.1993 में इस शख्‍स ने एलिसिया लिन यारबोरो नाम की एक मह‍िला की हत्या की थी. इस पर अपहरण, सशस्त्र डकैती, बलात्कार और चोरी के दोष सही साबित हुए थे. इसके बाद बुधवार शाम 11.03 बजे घातक इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी गई.

आख‍िरी इच्‍छा नहीं बताई

जार्जिया न्‍याय विभाग की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया क‍ि पाई से आख‍िरी इच्‍छा पूछी गई तो उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. लेकिन मौत से चंद मिनट पहले उसने खूब खाना खाया. दो चिकन सैंडविच, दो चीज़बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, सादे आलू के चिप्स के दो बैग और दो नींबू-नींबू सोडा मंगाया और सब खा गया. शायद डर में उसकी भूख बढ़ती जा रही थी.

इसल‍िए क‍िया कत्‍ल

पाइ के वकीलों ने उसकी सजा पर रोक लगाने की अंत तक कोश‍िश की. कहा कि उसे मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि वह बौद्धिक रूप से अक्षम है. उसका आईक्यू 68 है. वह बेहद गरीब पर‍िवार से था, गरीबी और उपेक्षा उसे ह‍िंंसा के रास्‍ते पर ले गई. लेकिन अदालत ने उनकी दलीलें नहीं सुनीं. कोर्ट के रिकॉर्ड के अनुसार, पाई ने चेस्टर एडम्स और एंथोनी फ्रीमैन के साथ मिलकर 30 साल पहले मिस यारबोरो को लूटा, अपहरण किया, बलात्कार किया और हत्या कर दी. उस वक्‍त वह अपने प्रेमी के साथ रह रही थी. लेकिन इससे पहले वह पाइ के साथ रिश्ते में थी. रिश्ता खत्‍म करने से पाइ बेहद नाराज था.

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