रायपुर
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज रायपुर स्थित एक निजी होटल में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों एवं सिविल सर्जनों की उपस्थिति में विभागीय काम-काज की समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की जिलेवार समीक्षा की गई तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। समीक्षा बैठकों का दौर कल 21 दिसंबर को भी जारी रहेगा।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर., कमिश्नर स्वास्थ्य सेवाएं सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य संचालक भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन संचालक भोसकर विलास संदिपान, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक अभिजीत सिंह व नव नियुक्त प्रबंध संचालक चंद्रकांत वर्मा भी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने समीक्षा बैठक में मरीजों को नियमित प्रदाय की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है।
श्री सिंहदेव ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में चल रही मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना की भी सराहना की और कहा कि इसमें अस्पतालों की ओपीडी से भी अधिक लोगों का इलाज हो रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हुई हैं, जिसे हमें और बेहतर करना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी क्षमता से लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।
नागरिकों तक सभी जरुरी सेवाएं पहुंचाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन, मानव संसाधन, उपकरणों और दवाईयों की उपलब्धता की खास तौर पर समीक्षा की। स्वास्थ्य सचिव प्रसन्ना आर. ने समीक्षा के दौरान सभी जिलों के अस्पतालों में डॉक्टरों को समय पर आने व मरीज़ों को पैथोलॉजी लैब रिपोर्ट समय पर देने को कहा।
उन्होंने जिला बालोद, सुकमा, कोंडागांव, बिलासपुर व राजनांदगांव को ओपीडी व आईपीडी की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, बीएमओ, डीपीएम, सीपीएम से जिलों के अस्पतालों की रेगुलर फील्ड विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य व्यवस्था में आ रहे गैप का पता लगाया जा सकेगा और व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकेगा।
सभी सिविल सर्जन और हॉस्पिटल कंसलटेंट को ड्रग वेयरहाउस का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश भी उन्होंने दिए, जिससे दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। स्वास्थ्य संचालक भीम सिंह ने सभी जिलों की एक्जिक्यूटिव कमेटी की बैठक हर माह कर रिपोर्ट राज्य को प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही सभी जिला अस्पतालों में पावर ऑडिट तत्काल कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलों में सी-सेक्शन, ओटी सेवाएं, ट्रामा व लैब सर्विसेस पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में एनआईसी की टीम द्वारा ह्यूमन रिर्सोसेज मैनेजमैंट इनफॉरमेशन सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।