State Bank of India [ News T20 ] : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि फंसे कर्ज यानी एनपीए (NPA) को कम करने के सरकार के प्रयासों का असर अब दिखाई देने लगा है. उन्होंने कहा कि पब्लिक सेक्टर के 12 बैंकों का नेट प्रॉफिट मौजूदा वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में सामूहिक रूप से 50 प्रतिशत बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. साल 2022-23 की पहले छमाही में पब्लिक सेक्टर के सभी बैंकों का शुद्ध लाभ 32 प्रतिशत उछलकर 40,991 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
सरकार के प्रयास असर दिखा रहे
सीतारमण ने अपने ट्वीट में कहा, ‘एनपीए को कम करने और पीएसबी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने के लिए सरकार के प्रयास असर दिखा रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ’12 सरकारी बैंकों का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये और पहली छमाही में बढ़कर 40,991 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इसमें सालाना आधार पर क्रमश: 50 प्रतिशत और 31.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है’
यूको बैंक का शुद्ध लाभ बढ़कर 504 करोड़ हुआ
वित्त मंत्री ने कहा केनरा बैंक का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में आलोच्य तिमाही में 89 प्रतिशत बढ़कर 2,525 करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि कोलकाता स्थित यूको बैंक (UCO Bank) का शुद्ध लाभ भी चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 145 प्रतिशत बढ़कर 504 करोड़ रुपये हो गया. बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध मुनाफा आलोच्य तिमाही में 58.70 प्रतिशत बढ़कर 3,312.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों में से दो पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) का मुनाफा 9 से 63 प्रतिशत घटा है. डूबे कर्ज के लिए ऊंचे प्रावधान की वजह से इन बैंकों के मुनाफे में कमी आई है. वहीं 10 अन्य बैंकों का मुनाफा दूसरी तिमाही में 13 से 145 प्रतिशत बढ़ा है. यूको बैंक के मुनाफे में सबसे अधिक 145 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र का तिमाही लाभ 103 प्रतिशत चढ़ा है.