दुर्ग / राज्य शासन के नियमों के मुताबिक प्रापर्टी की लीज अवधि 11 महीनों की होती है। उससे अधिक की लीज अवधि होने पर रजिस्ट्री करानी होती है और शासन को स्टांप शुक्ल प्रदाय करना होता है। जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि बीएसपी प्रबंधन ने कुछ मामलों में 30 साल की लीज कार्मिकों को प्रदाय की है।
इस संबंध में बीएसपी प्रबंधन को नोटिस जारी करने कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने एसडीएम लक्ष्मण तिवारी को कहा है। कलेक्टर ने कहा कि इसकी वजह से ऐसे कार्मिकों के पास रजिस्ट्री पेपर नहीं है तथा शासन को भी इससे राजस्व में नुकसान हुआ है।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने रजिस्ट्री के वक्त एहतियातन हमेशा मकान की फोटो भी संलग्न कराने के लिए जिला पंजीयक को कहा। बैठक में भिलाई निगम आयुक्त रोहित व्यास एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
रसमड़ा में एयर क्वालिटी इंडेक्स अब 76, पहले 160 था- कलेक्टर ने बैठक में विस्तार से प्रदूषण की स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर ने विशेष रूप से रसमड़ा की स्थिति की समीक्षा की।
यहां पर प्रदूषण के मसले को लेकर बीते दिनों गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने अधिकारियों और ग्रामीणों की बैठक ली थी और प्रदूषण कम करने को लेकर पर्यावरण मंडल के अधिकारियों को निर्देशित किया था। इन पर हुए कामों की समीक्षा भी कलेक्टर ने की।
मंडल के अधिकारी ने बताया कि पहले यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 160 था और अब यह घटकर 76 हो गया है। कलेक्टर ने कहा कि सभी औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित रूप से एक्यूआई की समीक्षा होगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि लगभग 3000 उद्योग जिले में कार्यरत हैं इनके लिए 30 प्रतिशत जमीन पर पेड़ लगाना अनिवार्य है। महाप्रबंधक उद्योग को इस संबंध में जानकारी देने के निर्देश दिये गये ताकि सभी उद्योग अपनी पूरे लक्ष्य का प्लांटेशन करें।
कलेक्टर ने रायपुर-दुर्ग एनएच में हर मीटर में एक पौधा लगाने का लक्ष्य लेकर कार्य करने कहा। एनएच के अधिकारियों ने कहा कि अभी 3 हजार पौधे लगने हैं जो बोगनविलिया और कनेर के होंगे।
समस्या निवारण के लिए अगले हफ्ते दुर्ग में और भिलाई में होंगे कैंप- कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन तुंहर द्वार अभियान अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
शहरी क्षेत्रों में भी इसी तरह के कैंप आयोजित होंगे ताकि लोगों की समस्या का मौके पर ही निराकरण हो सके। दुर्ग और भिलाई में अगले हफ्ते ऐसे एक-एक कैंप होंगे। इसमें निगम अधिकारियों के साथ ही जिलास्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
एक किमी पर ही होगा गैप, दुर्घटना रोकना सबसे अहम- कलेक्टर ने पाटन और दुर्ग सड़क में डिवाइडर के बीच के सारे गैप भरने के निर्देश दिये थे और एक किमी के बाद ही गैप रखने कहा गया था। इसके अनुपालन पर कार्य आरंभ हो गया है।
कलेक्टर ने कहा कि एक किमी के पहले कुछ ऐसे बिन्दु हो सकते हैं जिन्हें खोलना जनता के लिए सुविधापूर्ण होगा लेकिन इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाएगी। हमारे लिए जनसुविधा बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन दुर्घटनाओं से उनकी सुरक्षा और भी अहम है।
तालाबों की सफाई का बना शेड्यूल, मलेरिया के मच्छरों के स्रोतों को समाप्त करने की दिशा में होगा काम- कलेक्टर ने मलेरिया उन्मूलन पर हो रहे कार्य की समीक्षा की। निगम आयुक्त श्री व्यास ने बताया कि सभी तालाबों की सफाई का शेड्यूल तैयार किया गया है।
इसमें निगम अमले के अलावा श्रमदान का आह्वान भी किया जाएगा। इसमें राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य तथा सेवाभावी नागरिकगण हिस्सा लेंगे।