रायपुर। छत्तीसगढ़ में दोनों चरणों के मतदान के बाद चुनावी शोर जरूर भले ही थम गया है,लेकिन राजनेता पुरानी बातों को लेकर एक-दूसरे पर लगातार हमलावर बने हुए है। बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने वकील के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला को मानहानि का नोटिस भेजा है। बृजमोहन अग्रवाल के अधिवक्ता ने पत्र में सीएम बघेल द्वारा बृजमोहन अग्रवाल पर हुए हमले के बाद दिये बयान पर मानहानि का नोटिस भेजा गया है।
गौरतलब है कि राजधानी रायपुर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल पर 9 नवंबर को बैजनाथ पारा में चुनाव प्रचार करने गये हुए थे। यहां प्रचार के दौरान कुछ लोगों के द्वारा बृजमोहन अग्रवाल के साथ धक्का मुक्की करते हुए हमला करने का प्रयास किया गया। जिसे लेकर बृजमोहन अग्रवाल ने निगम के महापौर एजाज ढेबर और उनके भाई पर इस हमले की साजिश का आरोप लगाया गया था। बृजमोहन अग्रवाल ने घटना के बाद थाने में जाकर इस घटना की रिपोर्ट भी दर्ज करायी थी।
राजधानी में बढ़ते अपराध और गुंडाराज के सवाल पर मुख्ययमंत्री बघेल द्वारा बीजेपी और बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पलटवार किया गया था। सीएम ने तंज कसते हुए मीडिया में कह दिया था कि बृजमोहन के सामने किसी दूसरे को गुंडा कहना गुंडा शब्द का अपमान है। सीएम बघेल के इस बयान के बाद सूबे में एक बार फिर राजनीति गरमा गयी। चुनाव संपन्न होने के बाद अब बृजमोहन अग्रवाल ने सीएम बघेल के इस बयान पर अपने अधिवक्ता राजकुमार शुक्ला के माध्यम से सीएम बघेल और कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला को मानहानि का नोटिस भेजा है।
नोटिस में अधिवक्ता ने बृजमोहन अग्रवाल के राजनीतिक जीवन और समाज सेवा की बातों का उल्लेख करते हुए 7 बार के विधायक होने की बात कही गयी है। अधिवक्ता ने नोटिस में सीएम बघेल और संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला के बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे मानहानि की श्रेणी में बताते हुए नोटिस जारी किया गया है। उधर बृजमोहन अग्रवाल के इस नोटिस पर अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नही आई है। माना जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस भी इस नोटिस का जवाब देगी।