बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद में 11वीं के छात्र ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। इसके बाद अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर शव के रेत में दफना दिया। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी और छात्र दोनों ही एक लड़की के चक्कर में पड़े थे। मामला गुंडरदेही थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, मोंगरी गांव निवासी हितेश साहू (16) पुत्र नन्नू राम साहू लाताबोड़ स्कूल में 11वीं का छात्र था। तीन दिन पहले ही वह अचानक लापता हो गया। काफी तलाश के बाद भी जब नहीं पता चला तो परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। शनिवार को घाट किनारे रेत में दबा हुआ हितेश का शव बरामद हुआ।
पुलिस जांच के दौरान पता चला कि 20 मार्च को हितेश अपने दोस्त और एक युवक गजेंद्र साहू के साथ नदी की ओर जाते देखा गया था। हालांकि ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि कुछ देर बाद दो लोग ही लौटे, हितेश उनके साथ नहीं था। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग और गजेंद्र को हिरासत में ले लिया।
पुलिस पूछताछ में नाबालिग आरोपी ने बताया कि, वे दोनों साथ ही में पढ़ते थे और बेस्ट फ्रेंड थे। हितेश हमेशा पढ़ाई में आगे रहता था, इसके चलते उससे जलन भी होती थी। दोनों एक ही लड़की से प्यार भी करते थे, लेकिन वह हितेश को पसंद करती थी। इसके चलते एक महीने से हितेश से वह रंजिश रखने लगा।
दूसरे आरोपी गजेंद्र की बहन की करीब एक माह पहले सगाई थी। इसमें हितेश और नाबालिग आरोपी के बीच गाली-गलौज और मारपीट भी हुई थी। इसके चलते नाबालिग में गुस्सा था। उसने और गजेंद्र ने साथ बैठकर शराब पी और फिर एक तरफा प्यार के चक्कर में हितेश की हत्या की साजिश रची।
बालोद एसपी एसआर भगत ने बताया कि, वारदात वाले दिन हितेश पास के गांव में किसी सगाई कार्यक्रम में गया था। वहां पर दोनों आरोपी भी पहुंचे थे। मौका पाकर आरोपी सगाई कार्यक्रम से बाहर निकले और भजिया खिलाने के बहाने हितेश को साथ चलने के लिए कहा।
नदी किनारे सुनसान जगह पर आरोपियों ने मछली पकड़ने वाले जाल से हितेश का गला घोंटने की कोशिश की। जब वह जमीन पर गिर गया तो आरोपियों ने उसे लात-घूंसों से पीट-पीट कर मार डाला। इसके बाद शव को खेत में दफना दिया और वहां से भाग निकले। पुलिस ने नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह और दूसरे आरोपी गजेंद्र को जेल भेज दिया है।