जगदलपुर। सप्ताह भर पहले सुधापाल के जंगल में मिली विवाहित के शव की गुत्थी सुलझ गई है। रोजाना के विवाद व मारपीट से तंग आकर उसके पति ने ही उसकी हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया था। पुलिस की जांच से परेशान होकर आज मृतका के पति ने बोधघाट थाना पहुंचकर सरेंडर करते हुए अपना जुर्म कबूल कर लिया है। मामला लोहांडीगुडा थाना क्षेत्र के घोटिया चौकी का है।
बोधघाट थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली 25 वर्षीय सुकबति बाई के पिता ने 12 नवंबर को बोधघाट थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। सुकबति बाई शादीशुदा थी और उसका पति पंडरु राम बघेल मिस्त्री का काम करता है। वो अपने ससुराल में ही घर जमाई बन कर रहता है। पुलिस मर्ग कायम कर सुकबति बाई की तलाश कर ही रही थी कि हफ्ते भर पहले लोहांडीगुडा थाना क्षेत्र के घोटिया चौकी अंतर्गत सुधापाल के जंगल में 20 से 25 वर्षीय शादीशुदा युवती का शव मिला था। सूचना पर पहुंचे पुलिस ने शव की शिनाख्त सुकबति बाई के घर वालों से सुकबति बाई के रूप में करवाई। शव पूरी तरह से सड़ चुका था। उसके कपड़ों से उसके घर वालों ने सुकबति बाई की शिनाख्त की थी।
पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के बाद हत्या का अपराध दर्ज कर विवेचना में जुटी थी। विवेचना के क्रम में गांव वालों के अलावा मृतिका के घर वालों व पति से भी बार-बार पूछताछ कर रही थी। रोजाना के पूछताछ से आजिज आकर मृतिका के पति पंडरू राम बघेल ने थाना पहुंचकर हत्या का अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद बोधघाट पुलिस ने घोटिया चौकी के सुपुर्द आरोपी को कर दिया।
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ से बताया कि उसकी पत्नी आए दिन उससे मारपीट करती थी और उससे मारपीट करते हुए कमा कर लाए पूरे पैसे छीन लेती थी। विरोध करने पर मारपीट भी करती थी। रोजाना किस्म किस्म की सब्जी मंगाती थी। और नहीं लाने पर जमीन पर गिरा गिरा मारती थी। रोजाना के मारपीट व विवाद से तंग आकर पंडरु राम बघेल ने अपने पत्नी की हत्या कर दी।
आरोपी ने बताया कि 11 नवंबर को भी उसकी पत्नी सुकबति बाई उससे मारपीट करते हुए गाली गलौच कर रही थी। गुस्से में आकर उसने अपने पास मिस्त्री के काम के लिए रखें छैनी से उसे मार कर मौत के घाट उतार दिया। फिर रात के अंधेरे में ही लाश को सुधापाल के जंगल में ले जाकर झाड़ियों में छुपा दिया। पुलिस ने आरोपी के बयान के आधार पर हत्या में प्रयुक्त हथियार को जप्त कर उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।