राजनांदगांव। बागनदी थाना क्षेत्र के मारुति पेट्रोल पंप के मैनेजर से हुई लूटके मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस वारदात को मैनेजर ने ही प्लान बनाकर अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था. इसका खुलासा प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी राहुलदेव शर्मा ने किया. एसपी ने बताया, लगभग 11 माह से मारूति पेट्रोल पंप में काम करने वाले जोधपुर राजस्थान निवासी मैनेजर राजाराम बिसनोई ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जब वह पेट्रोल पम्प की बिक्री रकम को अपनी बाइक से भारतीय स्टेट बैंक राजनांदगांव में जमा करने जा रहा था, तभी उसके पास रखे 14 लाख 01 हजार रुपए को कार सवार तीन अज्ञात लोंगों ने हाईवे में सुनसान जगह पर कार अड़ाकर रोका और चाकू से वार कर उसके पैसों से भरे बैग को छिना और उसके दोनों हाथों पर चाकू से वार कर चोट पहुंचाकर फरार हो गए.

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अपनी जांच शुरू की. राजनांदगांव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुलदेव शर्मा ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने 10 से ज्यादा टीम गठित की. इस दौरान दर्जनों सीसीटीवी फुटेजा खंगाले गए. वहीं मैनेजर राजाराम बिसनोई के शरीर पर आए चोट के निशान और पूछताछ में उसके द्वारा लूट के वाहन व घटना के संबंध में बार-बार अलग-अलग जानकारी देकर पुलिस को गुमराह किया जा रहा था, जबकि सीसीटीवी फुटेज और अन्य तथ्य वारदात को लेकर कुछ और ही इशारा कर रहे थे.

इसके चलते मैनेजर पर संदेह हुआ और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपने 02 अन्य साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना का प्लान तैयार कर वारदात को अंजाम देना बताया. एसपी शर्मा ने बताया, मैनेजर राजाराम बिसनोई पेट्रोल पम्प के पूरे पैसे का हिसाब स्वयं रखता था और पेट्रोल पम्प में आए नगदी रकम को जमा करने भी स्वयं बैंक जाता था.

लगातार 08 दिन तक पेट्रोल पम्प का पैसा बैंक में जमा नहीं करने और नगदी रकम लगभग 14 लाख रुपए इकट्ठा हो जाने से उसके मन में लालच आ गया और उसने राजनांदगांव के सड़क चिरचारी निवासी अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर अपने साथ लूट की घटना का प्लान तैयार किया. प्लान के मुताबिक राजाराम 14 लाख रुपए लेकर बोरतलाब के मारूती पेट्रोल पम्प से निकला और अपने साथी सोमेश सिन्हा एवं शेख इमामुद्दीन को खबर कर दिया. प्लान के अनुसार उन्हें स्वीफ्ट कार में बुलवाया और सुनसान जगह पर मौका देख झूठे लूट की घटना को अंजाम दिया.

इस वारदात को असली दिखाने के लिए उसने मुर्गा काटने का व्यवसाय करने वाले इमामुद्दीन से अपने हाथों पर चाकू से कट लगवाया, ताकि पुलिस को यकीन हो जाए के आरोपियों ने हमला कर रुपयों की लूट की है. पुलिस ने इन तीनों आरोपियों से लूट की रकम मे से 13 लाख 40 हजार रुपए नगदी और घटना में प्रयुक्त स्वीफ्ट कार और चाकू जब्त किया है. उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ षड्यंत्र और झूठी रिपोर्ट लिखने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया गया, जहां से आरोपियों को जेला गया.

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