बलरामपुर। सरगुजा एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) टीम ने बलरामपुर जिले में एक पटवारी को 12 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पटवारी ने फौती नामांतरण और रिकॉर्ड दुरुस्त करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। इस घटना में पटवारी पवन पांडेय को राजपुर तहसील के ओकारा गांव में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
शिकायतकर्ता अजय पावले ने अपने पिता के निधन के बाद फौती नामांतरण और रिकॉर्ड सुधारने के लिए आवेदन किया था। पटवारी ने इस काम के लिए पहले 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन अजय पावले ने अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए केवल 2 हजार रुपये दिए थे।
इसके बाद भी पटवारी ने काम नहीं किया और अजय से 12 हजार रुपये और दो क्विंटल मक्का की मांग की। अजय पावले ने इस मामले की शिकायत एसीबी कार्यालय अंबिकापुर में की, और एसीबी टीम ने फोन रिकॉर्डिंग के जरिए रिश्वत की मांग की पुष्टि की। बुधवार को एसीबी की टीम ने योजना बनाकर राजपुर में पटवारी पवन पांडेय को पकड़ा।
जैसे ही अजय पावले ने पटवारी को रिश्वत की रकम दी, एसीबी ने पटवारी को रंगे हाथ पकड़ लिया। उसके पास से केमिकल लगे नोट भी बरामद किए गए हैं। एसीबी ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और 12 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। टीम ने पटवारी के घर की भी तलाशी ली, लेकिन वहां कोई बड़ी रकम नहीं मिली।