रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में लड़ रहे 958 उम्मीदवारों में से 253 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनमें कांग्रेस उम्मीदवार और राज्य के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव 447 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ सबसे ज्यादा पूंजीपति हैं। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में सिंहदेव ने अपनी संपत्ति 500 करोड़ रुपये से अधिक घोषित की थी। इस वर्ष उनकी संपत्ति घट गई है।
कुछ विधायकों की तेजी से बढ़ी संपत्ति
एडीआर और छत्तीसगढ़ इलेक्शन वाच द्वारा विधानसभा चुनाव 2023 में दोबारा चुनाव लड़ रहे 66 विधायकों के स्व-शपथ पत्रों के विश्लेषण के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोबारा चुनाव लड़ रहे 66 विधायकों में से 60 विधायकों (91 फीसदी) की संपत्ति 5 फीसदी से लेकर 3,340 फीसदी तक बढ़ गई है और छह विधायकों (9 फीसदी) की संपत्ति -4 फीसदी से कम हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 में निर्दलीय सहित विभिन्न दलों द्वारा फिर से चुनाव लड़ रहे इन 66 विधायकों की औसत संपत्ति 12.98 करोड़ रुपये थी, जो 2023 में 13.74 करोड़ रुपये है।
विधानसभा चुनाव 2018 और 2023 के बीच दोबारा चुनाव लड़ रहे इन 66 विधायकों की औसत संपत्ति वृद्धि 76.45 लाख रुपये है। रिपोर्ट यह भी कहा गया है कि इन 66 फिर से चुनाव लड़ रहे विधायकों की संपत्ति में औसत प्रतिशत वृद्धि छह प्रतिशत है।
महिला विधायक की संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी
रिपोर्ट में कहा गया है कि तखतपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रश्मि आशीष सिंह ने संपत्ति में अधिकतम वृद्धि की घोषणा की है। 12.70 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी यानी 2018 में 8.73 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 21.44 करोड़ रुपये हो गई। जबकि आरंग (एससी) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के शिवकुमार डहरिया की संपत्ति 10.99 करोड़ रुपये बढ़ गई है, जो 2018 में 2.37 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 13.37 करोड़ रुपये हो गई है।
सीएम भूपेश की कितनी बढ़ी संपत्ति..?
पाटन से कांग्रेस के प्रत्याशी व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संपत्ति को लेकर रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी आय में 10.33 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जो 2018 में 23.05 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 33.38 करोड़ रुपये हो गई है। मुख्यमंत्री की संपत्ति में 45 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन की संपत्ति
रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल की संपत्ति में भी 7.35 करोड़ (72 प्रतिशत) की वृद्धि देखी गई, जो 2018 में 10.14 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 विधानसभा चुनाव में 17.49 करोड़ रुपये हो गई। यहां तक कि बेमेतरा विधानसभा सीट से विधायक आशीष छाबडा की संपत्ति भी 8.15 करोड़ रुपये बढ़ गई है, जो 2018 में 6.61 करोड़ रुपये से बढ़कर 14.76 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 126 फीसदी की वृद्धि देखी गई है
विधायकों की संपत्ति इस तरह बढ़ी
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में दोबारा चुनाव लड़ रहे 49 विधायकों की औसत संपत्ति में 3.19 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2018 में 49 विधायकों की औसत संपत्ति में बढ़ोतरी हुई है, जिनकी संपत्ति 15.32 करोड़ रुपये थी,जो अब बढ़कर 15.80 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 48.83 लाख रुपये का उछाल आया है।
इस बीच छत्तीसगढ़ में दोबारा चुनाव लड़ रहे 12 विधायकों की औसत संपत्ति में 19.05 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2018 में इन 12 विधायकों की औसत संपत्ति 7.67 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 9.13 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 1.46 करोड़ रुपये का उछाल देखा गया है।
बसपा के विधायकों की बढ़ी संपत्ति
औसत संपत्ति छत्तीसगढ़ में बसपा के दोबारा चुनाव लड़ रहे दो विधायकों की संख्या में 67.81 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 में दोनों विधायकों की औसत संपत्ति 2.04 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 3.42 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 1.38 करोड़ रुपये का उछाल देखा गया है।
जनता कांग्रेस के विधायकों की संपत्ति
छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के दोबारा चुनाव लड़ रहे दो विधायकों की औसत संपत्ति में 49.59 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 में, दोनों विधायकों की औसत संपत्ति 4.77 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 7.14 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 2.36 करोड़ रुपये का उछाल देखा गया है।
राजरत्न उइके सबसे गरीब उम्मीदवार
दूसरे चरण में सबसे कम संपत्ति वाले तीन उम्मीदवार मुंगेली (एससी) सीट से राष्ट्रीय युवा पार्टी के उम्मीदवार राजरत्न उइके (500 रुपये), रायगढ़ से आजाद जनता पार्टी के कांति साहू (1,000 रुपये) और बेलतरा से निर्दलीय उम्मीदवार मुकेश कुमार चंद्राकर (1,500 रुपये) हैं।
इन उम्मीदवारों की शून्य संपत्ति..!
रिपोर्ट में कहा गया है कि दो निर्दलीय उम्मीदवारों भटगांव से कलावती सारथी और बेलतरा से गौतम प्रसाद साहू तथा खरसिया से जौहर छत्तीसगढ़ पार्टी के यशवंत कुमार निषाद ने शून्य संपत्ति घोषित की है।
इनकी वार्षिक आय सबसे अधिक
इसमें कहा गया है कि आप के विशाल केलकर, कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाजपा के उम्मीदवार एवं पूर्व आईएएस ओ.पी. चौधरी आयकर विवरण में सबसे अधिक वार्षिक आय घोषित करने वाले उम्मीदवार हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि केलकर ने आयकर रिटर्न में कुल आय दो करोड़ रुपये, भूपेश बघेल ने एक करोड़ रुपये से अधिक और चौधरी ने एक करोड़ रुपए से अधिक घोषित की है।
405 उम्मीदवार ग्रेजुएट
इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि 499 में से 52 फीसदी उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है, जबकि 405 उम्मीदवारों ने दावा किया है कि उन्होंने स्नातक और उससे ऊपर की पढ़ाई पूरी की है।
वहीं, 21 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं तथा 19 उम्मीदवार साक्षर हैं। छह उम्मीदवार पढ़े-लिखे नहीं हैं। इसमें कहा गया है कि तीन उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता नहीं बताई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरे चरण में 130 (14 फीसदी) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं, जिनमें कांग्रेस से 15 और भाजपा से 12 शामिल हैं।