दुनिया में कई ऐसी खतरनाक जनजातियां हैं जिनके बारे में जानकर लोगों का दिल दहल जाता है. न्यूज18 हिन्दी ने भी आपको ऐसी बहुत सी जनजातियों के बारे में बताया है जिनके अजीबोगरीब रीति-रिवाज होते हैं. कई जनजातियां समय के साथ मुख्यधारा से जुड़ चुकी हैं, इस वजह से इन्होंने शहरी तौर-तरीकों को अपना लिया है, मगर कई ऐसी भी हैं, जो आज भी एकांत में रहती हैं, और शहरी इंसानों की दखलंदाजी को पसंद नहीं करती हैं. ऐसी ही एक ट्राइब है सेंटनलीज़, जो भारत के अंडमान आइलैंड (North Sentinel Island) पर रहती है. ये सबसे ज्यादा एकांत में रहने वाली जनजाति (Sentinelese tribe) है जो बेहद खतरनाक भी है, और अगर इनसे कोई मिलता है, तो उनकी जान जाना तय है.
2018 में एक शख्स ने इस जनजाति से मिलने की भूल कर दी थी, जिसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया गया था. पर मरने से पहले उसने अपने परिवार के नाम एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उसने बताया था कि वो इस खतरनाक जनजाति के लोगों से क्यों मिलना चाह रहा है. मिरर वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार शख्स ने ये चिट्ठी अपने परिवार के नाम लिखी थी. शख्स का नाम जॉन एलेन चाओ (John Allen Chau) था. वो असल में एक अमेरिकी ईसाई धर्म का प्रचारक था.
आदिवासियों ने मार डाला
जॉन 16 नवंबर 2018 को सेंटनलीज आइलैंड गया था. जिस मछुआरे को उसने किराये पर बुक किया था, वो उसे खतरनाक इलाके में छोड़कर भाग गया था. कुछ दिनों बाद जब एक मछुआरा वहां से गुजरा, तो उसने देखा कि जॉन से दिखने वाले किसी शख्स की लाश को आदिवासी दफना रहे हैं. माना जाता है कि उसे तीर से मारा गया था. जॉन ने अपने जर्नल को मछुआरों के पास छोड़ दिया था, जिसमें उसके परिवारवालों के लिए एक चिट्ठी भी थी.
इस वजह से आइलैंड पर गया था शख्स
इस चिट्ठी में उसने बताया कि आखिर वो इतनी खतरनाक जगह पर गया ही क्यों था. जॉन ने कहा कि वो सेंटनलीज आइलैंड पर रहने वाली सबसे खतरनाक जनजाति को ईसाई बनाना चाहता था. वो उन्हें धर्म और यीशु मसीह के बारे में सिखाना चाहता था. पर वो नहीं सिखा पाया. मिरर वेबसाइट के अनुसार उसने खत में लिखा था कि वो क्राइस्ट का राज्य स्थापित करना चाहता है और उन्हें उनकी शरण में लाना चाहता है. उसने कहा था कि अगर वो मर जाता है तो उन आदिवासी लोगों को गलत ना समझा जाए.