॥भिलाई॥ भिलाई की पहचान भिलाई इस्पात संयंत्र से है और ऐसे में भिलाई के धमन भट्ठीयों के बीच संयंत्र कर्मियों में चुनावी चर्चा ना हो ऐसा संभव नहीं है, संयंत्र के अंदर भी अब चुनावी चर्चा तेज हो गई है सभी अपना अपना आकलन कर रहे हैं तो कुछ लोग प्रत्याशीयों के विषय में मुखर होकर अपनी राय भी ज़ाहिर कर रहे हैं, प्लांट के भीतर इस बार ज़हीर खान के पक्ष में सभी एक जुट होते नजर आ रहे हैं,अधिकारी कर्मचारी से लेकर ठेका श्रमिक तक ज़हीर के पक्ष में वोट करने अपील करते हैं, किसी प्रत्याशी के पक्ष में इस तरह का समर्थन देखने विरले ही मिलता है। यह समर्थन श्रमिकों के साथ हुए बैठक में ज़हीर के द्वारा की गई अपील और घोषणा का असर है… बैठक में ज़हीर ने कहा

भिलाई स्टील प्लांट का गौरव लौटाने हर संभव प्रयास करूंगा। मेरा प्रयास रहेगा कि पूर्व की तरह भिलाई स्टील प्लांट का एक अलग अस्तित्व हो और यहां का कार्मिक प्रमुख राज्य शासन का प्रतिनिधि आईएएस अफसर बनें। जिससे यहां निकलने वाली नौकरियों में स्थानीय युवाओं की उपेक्षा न हो।

भिलाई टाउनशिप को स्वच्छ रखने का हर संभव प्रयास करूँगा जैसे बैकलेन की सफ़ाई एवं क्वार्टर के सीपेज मरम्मत एवं50 साल पुरानी पेयजल पाइप लाइन युद्ध स्तर पर बदलवाने का काम शुरू करवाउंगा। इसी तरह आवासों में बिजली के तार भी बरसों से नहीं बदले गए हैं। इन्हें भी बदलवाया जाएगा।

भिलाई स्टील प्लांट में बढ़ते आउटसोर्सिंग पर नियंत्रण करने एक ठोस नीति बनाने प्रयास करूंगा। जिससे ठेका मजदूर और नियमित कर्मियों का अनुपात संतुलित रहे और यहां के मैनपावर की भर्ती स्थानीय स्तर पर हो।

भिलाई स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। नियमित कर्मियों से ज्यादा काम करने वाले और सबसे कम वेतन पाने वाले इन ठेका मजदूर भाई-बहनों के लिए मैं संकल्प व्यक्त करता हूं कि इन्हें हर हाल में 25 हजार रूपए न्यूनतम वेतन और आई आई टी व डिप्लोमा तथा तकनीकी रूप से दक्ष बेरोजगार भाइयों और साथियों को ₹40 हजार रूपए दिलवाउंगा। वहीं भिलाई स्टील प्लांट की परिधी में होने वाले किसी भी हादसे के शिकार ठेका मजदूर को उपचार के लिए ईएसआई या निजी अस्पतालों के बजाए सीधे बीएसपी के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 में अधिकृत करवाकर बीएसपी के नियमित कर्मियों की तरह नि:शुल्क उपचार उपलब्ध करवाउंगा।

वर्तमान में भिलाई स्टील प्लांट के हमारे नियमित कर्मचारी भाई-बहनों की व्यथा भी किसी से छिपी नहीं है। स्थानीय और सेल मैनेजमेंट एकतरफा निर्णय लेकर नियमित कर्मियों पर थोप रहा है। हाल ही में बोनस प्रकरण में यह हो चुका है। मैं संकल्प व्यक्त करता हूं कि चुनाव जीतने के बाद कर्मियों और मैनेजमेंट के बीच वार्ता के लिए अधिकृत संगठन एनजेसीएस में स्थानीय जनप्रतिनिधि (सांसद-विधायक) को भी शामिल करवाउंगा। जिससे हमारे नियमित कर्मियों के विरुद्ध मैनेजमेंट कोई भी एकतरफा निर्णय न ले सके।

मैं यह भी संकल्प व्यक्त करता हूं कि बीएसपी की चिकित्सा सुविधा भविष्य में टाउनशिप में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी। हमारी पार्टी का यह मानना है कि भिलाई स्टील प्लांट की चिमनियों से निकलने वाला धुआं और यहां की जहरीली गैसों का दुष्प्रभाव सिर्फ बीएसपी कर्मियों पर ही नहीं होता बल्कि टाउनशिप के प्रत्येक नागरिक पर समान रूप से होता है। इसलिए यह भिलाई स्टील प्लांट मैनेजमेंट का नैतिक दायित्व होगा कि वह अपने टाउनशिप के सभी नागरिकों का नि:शुल्क उपचार करे।

हमारी टाउनशिप का गौरव महज पेवर ब्लॉक लगाने या 2-4 जगमगाती लाइट लगाने से नहीं लौटेगा बल्कि इसके लिए मैं संकल्प व्यक्त करता हूं कि टाउनशिप के बंद पड़े सभी स्कूल भवनों को फिर से शुरू किया जाएगा। यहां सभी khursipar व टाउनशिपवासियों के बच्चों को पढ़ने का पूरा अधिकार होगा और भिलाई की शिक्षा व्यवस्था फिर एक बार देश भर में अपनी श्रेष्ठता साबित करेगी।

बीएसपी का जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 समूचे मध्यभारत की शान रहा है। इसका गौरव लौटाने मैं संकल्प व्यक्त करता हूं कि यहां डाक्टरों की भर्ती और बंद हो चुके विभागों को शुरू करवाने मैनेजमेंट से निर्णायक बातचीत करूंगा।

विगत कुछ वर्षों से टाउनशिप में बीएसपी मैनेजमेंट ने कई जर्जर आवास ढहाए हैं। मैं संकल्प व्यक्त करता हूं कि इन खाली जमीनों पर गरीबों के लिए हम जोगी आवास बनाएंगे और हमारे छत्तीसगढ़िया भाई-बहनों की एक बड़ी आबादी के सिर पर छत मुहैया कराने यह हमारा विनम्र प्रयास होगा।

बैठक के बाद से जो परिवर्तन की बयार चल पड़ी है उसी का असर ज़हीर के पक्ष में देखने को मिल रहा है।

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