कोरिया जिले का भावुक दृश्य: कोरिया जिले के पटना के नजदीक ग्राम पंचायत करजी के मुक्तिधाम में एक महिला ने अपने पति को अंतिम विदाई दी, जिसने वहां मौजूद सभी ग्रामीणों की आंखें नम कर दीं। यह घटना उस समय की है जब महिला के पति कतवारी लाल राजवाड़े, जो पिछले दो वर्षों से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे, का निधन हो गया।

पति की लंबी बीमारी और इलाज में चली संपत्ति: मृतक कतवारी लाल की पत्नी श्यामपति ने पति के इलाज के लिए अपनी जमीन बेच दी थी, फिर भी उसकी जान नहीं बच सकी। सोमवार रात उनके निधन के बाद मंगलवार को उनके अंतिम संस्कार के दौरान यह सवाल उठ खड़ा हुआ कि मुखाग्नि कौन देगा, क्योंकि 25 वर्षों की शादी के बावजूद उनके कोई संतान नहीं थी।

भतीजे ने की आर्थिक मांग: परंपरा के अनुसार मुखाग्नि देने के लिए राजवाड़े समाज ने मृतक के बड़े पिताजी के बेटे संतलाल को जिम्मेदारी सौंपी। लेकिन संतलाल ने मुखाग्नि देने के बदले में एक लाख रुपये या पांच डिस्मिल जमीन की मांग की, जो श्यामपति के लिए संभव नहीं था। उसने 15 हजार रुपये देने का प्रस्ताव किया, परंतु संतलाल नहीं माना।

महिला का साहसिक कदम: अंततः श्यामपति ने खुद अपने पति की अर्थी को कंधा देकर मुक्तिधाम तक पहुंचाया और विधिपूर्वक मुखाग्नि दी। ग्रामीणों के बीच इस साहसिक और मार्मिक दृश्य ने हर किसी को भावुक कर दिया।

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