
शराब घोटाला मामले में तेज हुई जांच, EOW-ACB की ताबड़तोड़ कार्रवाई
छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने सोमवार सुबह से ही एक साथ 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। यह कार्रवाई पूर्व मंत्री कवासी लखमा से जुड़े लोगों के खिलाफ की जा रही है, जो इस घोटाले में संलिप्त बताए जा रहे हैं।
दुर्ग, भिलाई, धमतरी, महासमुंद समेत कई जिलों में दबिश
EOW-ACB की टीम ने दुर्ग, भिलाई, धमतरी और महासमुंद समेत कई जिलों में एक साथ दबिश दी है। सबसे प्रमुख छापेमारी भिलाई के अम्रपाली सिटी स्थित कारोबारी अशोक अग्रवाल के घर पर हुई है। अग्रवाल पहले खुर्शीपार क्षेत्र में रहते थे और अब अम्रपाली सोसाइटी में निवास कर रहे हैं।

लखमा के करीबियों पर शिकंजा
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई पूर्व मंत्री कवासी लखमा के करीबी माने जा रहे व्यक्तियों पर केंद्रित है। अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं और पैसों के लेन-देन के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। जांच टीम द्वारा फोरेंसिक और डिजिटल उपकरणों का भी विश्लेषण किया जा रहा है।
कई दस्तावेज और लेनदेन का रिकॉर्ड जब्त
जांच एजेंसियों ने जिन ठिकानों पर छापे मारे हैं, वहां से कई फाइलें, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए गए हैं। प्राथमिक जांच में शराब सप्लाई, कमीशन और वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों का खुलासा हुआ है।
आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारी संभव
सूत्रों के अनुसार, इस छापेमारी के बाद और भी कई रसूखदारों पर गाज गिर सकती है। एजेंसियां इस पूरे घोटाले की परत दर परत जांच कर रही हैं, जिससे आने वाले समय में कई और खुलासे संभव हैं।
