उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार की शाम बड़ा हादसा हो गया। पांच मंजिला इमारत भरभराकर गिरने से 20 से ज्यादा लोग मलबे के नीचे दब गए। दो घंटे में करीब 12 लोगों को मलबे से निकाला गया। अभी करीब आठ से दस लोगों के दबे होने की आशंका है। घटना हजरतगंज के वजीर हसन रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट में हुई है। सीएम योगी ने भी संज्ञान लिया है। अफसरों को राहत बचाव में कोई लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं।
हादसा होते ही मौके पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और नगर विकास मंत्री एके शर्मा भी पहुंचे हैं। ब्रजेश पाठक ने बताया कि हादसे का कारण पता किया जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ राहत कार्य में लगी हैं। यह भी बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग में कुछ दिनों से बेसमेंट में कुछ काम चल रहा था। राहत के लिए जेसीबी के साथ ही बड़ी मशीने बुलाई गई हैं।
बताया जाता है कि अपार्टमेंट में 30 से 35 परिवार रहते थे। मौके पर कई एम्बुलेंस भी बुलाई गई है। अधिकारियों ने अस्पतालों और ब्लड बैंकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। मलबे से निकाले जा रहे लोगों को केजीएमयू और बलरामपुर अस्पताल भेजा जा रहा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही पुलिस के जवान भी मलबे को हटाने में जुटे हुए हैं।
सबसे पहले रास्ते को साफ किया जा रहा है, ताकि अंदर की ओर जेसीबी को भेजा जा सके। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैदर अब्बास का भी परिवार इस बिल्डिंग में रहता था। परिवार के लोग यहीं पर मौजूद थे। इसी तरह उमा फातिमा के पिता यूसुफ, मां और भाई हनी फ्लैट में थे। इनका कुछ पता नहीं चल रहा है।