भिलाई नगर। मिनी भारत कहे जाने वाले भिलाई में उद्घाटन एवं भूमि पूजन के लिए केवल तीन बार देश के प्रधानमंत्री का आगमन हुआ था। जिसमें से दो बार मेरे कार्यकाल के दौरान दो प्रधानमंत्री भिलाई पहुंचे थे जिसमें से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के द्वारा स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी गई थी और दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी भिलाई के लिए आधारशिला रखी थी। उपरोक्त बातें भिलाई विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडे के द्वारा ऑनलाइन से चर्चा के दौरान कहीं।

विधानसभा चुनाव 2023 दो कारणों से अत्यधिक महत्वपूर्ण है पहला यह कि इस चुनाव के ठीक बाद लोकसभा का चुनाव भी होना है, जिन मुद्दों को लेकर जाने वाले हैं उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले 9 सालों में जो कार्य किए गए हैं, उन्हें ही आधार बनाकर हम मैदान में हैं। गरीबों को मुफ्त राशन मिलता रहा है, ताकि उनका कल्याण हो, दुर्ग आगमन के दौरान प्रधानमंत्री के द्वारा आगामी 5 वर्षों तक भी मुफ्त राशन दिए जाने की घोषणा की गई है। भयावह बीमारी कोरोना से सुरक्षा एवं बचाव के लिए नि:शुल्क वैक्सीनेशन, आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, रेहडी पट्टी वालों के लिए जीवन बीमा योजना जिसमें 1 से लेकर 10 लाख रुपए तक का बीमा, किसानों के लिए सम्मान निधि, यूरिया खाद में पूरे दुनिया में सबसे कम दामों में किसानों को खाद उपलब्ध कराना जिसके तहत 3000 रूपये बोरी का खाद केवल 300 रूपये में उपलब्ध कराया जा रहा है। मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए इनकम टैक्स रेंज में काफी छूट मिली है, इसके आलावा रिटर्न भी खातों में जल्दी आ रहे हैं। 35 लाख रुपए के लोन में 2.35 लाख रुपए ब्याज में सब्सिडी दी जा रही है।

🛑 अधोसंरचना मद में केवल भाजपा ने किया कार्य

श्री पांडेय ने कहा कि 15 साल के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल के दौरान गरीब परिवारों को केवल एक रुपए में चावल देना, शून्य ब्याज दर पर किसानों को ऋण देना, साढे़ 4 लाख किसानों को पंप एवं 7 हजार यूनिट फ्री बिजली योजना किसानों को बोनस देने की शुरुआत भी भाजपा कार्यकाल के दौरान ही की गई है। वन उपज को एमएसपी से ज्यादा दरों पर खरीदी करना भी भारतीय जनता पार्टी का ही निर्णय रहा है। अधोसंरचना मध्य में सारे स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे, ओवर ब्रिज, अंडर ब्रिज, स्कूल, कॉलेज का निर्माण करना भाजपा शासन में ही हुआ है।

🛑 एकेडमिक डेवलपमेंट केवल भाजपा के कार्यकाल में, इंग्लिश स्कूल का कॉन्सेप्ट भी हमारा

श्री पांडेय ने बताया कि भाजपा शासन काल में ही इंग्लिश मीडियम स्कूल की शुरुआत की गई थी और इंग्लिश मीडियम स्कूल सीबीएसई बोर्ड से खुर्सीपार एवं सेक्टर 6 में स्कूल संचालित हो रहे थे परंतु वर्तमान सरकार के द्वारा सीबीएसई बोर्ड को ही दूर कर दिया गया, इसके आलावा सारी यूनिवर्सिटी, टेक्निकल यूनिवर्सिटी, ट्रिपल ई, आईआईटी, मेडिकल यूनिवर्सिटी, जर्नलिज्म यूनिवर्सिटी, एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, एकेडमिक क्षेत्र में भाजपा के द्वारा ही बढ़ोतरी की गई है। यहां तक की किसानों के धान खरीदी का सिस्टम भी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा ही विकसित किया गया है।

🛑 इंफ्रास्ट्रक्चर मद में कांग्रेस ने नहीं किया कोई कार्य

पिछले 5 साल में कांग्रेस ने जो वादे किए थे वह भी पूरे नहीं हुए हैं। जहां तक भिलाई की बात है कोई भी विकास कार्य इन 5 सालों में नहीं किया गया है। कांग्रेस का एक भी नेता इसका दावा नहीं कर सकता है, हां एकाध लाइट वगैरह किसी पेड़ में लगा दी गई होगी, ये अलग बात है। सिविक सेंटर में अर्जुन रथ पूर्व से स्थापित है केवल ब्यूटीफिकेशन का कार्य हुआ है। सुपेला शहीद चौक में प्रतिमाएं पहले से बनी हुई थी, उसमें पेंटिंग मात्र की गई है। हमारे कार्यकाल के दौरान पानी लाया गया, ओवर ब्रिज, अंडर ब्रिज, स्कूल गार्डन लाइवलीहुड कॉलेज विकसित किए गए। इसके आलावा सबसे बड़ा धर्मनिरपेक्षता का पूरे देश का एकमात्र उदाहरण भिलाई है, जहां मुक्तिधाम में हिंदू समुदाय के लिए केवल 100 रूपये में लकड़ी, कब्रिस्तान में मुस्लिम और ईसाई कब्रिस्तान में 100 रूपये में कफन दफन की व्यवस्था भी मेरे कार्यकाल के दौरान ही की गई थी, परंतु आज की स्थिति में यह सारी योजनाएं दम तोड़ चुकी हैं और इन्हीं मुद्दों को लेकर हम चुनावी मैदान में हैं और हमें भरोसा है कि जनता भी हमें ही समर्थन देगी। इसके आलावा हुडको में 3 करोड़ रुपए की लागत से इंडोर स्टेडियम का भूमि पूजन किया गया था परंतु यह स्टेडियम उठाकर खुर्सीपार क्षेत्र में ले गए, 18 करोड़ रुपए की

लागत से तारामंडल का प्रोजेक्ट पास किया गया था जिसका एक करोड़ रुपए भी प्राप्त हुआ था, 17 करोड़ रुपए विभाग एवं सीएसआर मद से प्राप्त होनी थी। यह योजना भी धरी की धरी रह गई, सवा सौ ठेकेदारों को पेमेंट प्राप्त करने के लिए हड़ताल करना पड़ा, यही कांग्रेस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। दूसरी ओर नगर निगम में भी आर्थिक बदहाली की स्थिति निर्मित हुई, पार्षदों को 5 से 6 माह तक मानदेय भी नहीं मिला, ये हालात जब बने तब नगर निगम की जमीनों को सरकार के द्वारा बेचा गया है। भाजपा की सरकार बनती है तो पैसा आ जाता है, एयरपोर्ट बनने लगते हैं और चंद्रयान जैसे बड़े प्रोजेक्ट भी पूरे होते हैं।

🛑 पॉलिटिकल दादागिरी की गई बीएसपी प्रबंधन के साथ

उन्होंने वर्तमान में भिलाई में विधायक एवं बीएसपी प्रबंधन के मध्य चल रहे विवाद पर पूछे गए सवाल पर कहा कि वर्ष 2003 में जब वे सत्ता में थे तब बीएसपी के क्षेत्र में कोई काम नहीं होता था। नगर निगम का पैसा बीएसपी क्षेत्र में क्यों लगाया जाए, यह भी प्रश्न था क्योंकि बीएसपी स्वयं अपना विकास कर सकती थी परंतु बीएसपी की हालत खराब होने पर जनता से संबंधित अति आवश्यक कार्य भी नहीं हो पा रहे थे। तब प्रदेश सरकार के द्वारा 2 लाख तक के कार्यों को बीएसपी क्षेत्र में करने का निर्णय लिया गया। तत्काल जरूरत के मुताबिक हैंडपंप निर्माण सहित अन्य कार्य किए जाते रहे। उन्होंने बताया कि मंत्री बनने के बाद 10 लाख तक रुपए के कार्य बीएसपी क्षेत्र में किए जाने की स्वीकृति सरकार के द्वारा दी गई और उससे अधिक के विकास कार्यों के लिए सरकार से अनुमति लेने की अनिवार्यता की गई थी परंतु सभी कार्यों के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र से एनओसी लेने की अनिवार्यता भी थी। वर्तमान समय में पॉलिटिकल दादागिरी चल रही है, बीएसपी को गुलाम बनाए जाने का प्रयास वर्तमान विधायक के द्वारा किया जा रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि सभी ऑटोनॉमस बॉडी हैं परंतु कांग्रेस की ओर से प्रबंधन एवं अधिकारियों की गर्दन पर हाथ रखकर डरा धमका कर कार्य करने का प्रयास किया जा रहा। पहली बार ऐसा हुआ है कि जब बीएसपी के अंदर जाकर आरटीओ के अधिकारियों ने एक-एक वाहनों की जांच की, कलेक्टर से भी गलत बयानबाजी कराई गई ताकि बीएसपी प्रबंधन पर स्वयं का नियंत्रण रखा जा सके। अधिकारियों एवं मैनेजमेंट पर दबाव बना गलत बयानबाजी कराई गई कि बीएसपी की जमीन पर हम कब्जा कर लेंगे। कलेक्टर पोलिटिकल एजेंट के रूप में कार्य करते रहे, चाहे जो बुलवा लो, मुझे लगता है इन्हीं गतिविधियों के कारण विवादास्पद स्थितियां बनी हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जमकर भ्रष्टाचार भी हुए हैं, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सेक्टर 7 में निर्माणाधीन स्टेडियम का गिरना है, जिसमें महापौर का बयान था कि बिजली की चमक के कारण यह स्टेडियम भरभरा कर गिर गया। कमिश्नर एवं कलेक्टर जांच के आदेश भी हुए परंतु एक सब इंजीनियर को ही सस्पेंड किया गया जबकि सहायक इंजीनियर को प्रमोशन दे दी गई। जांच हुई क्या परिणाम हुआ, आज तक किसी को पता नहीं परंतु रातों-रात स्टेडियम का मलबा गायब हो गया। यह भ्रष्टाचार का जीता जागता सबसे बड़ा उदाहरण है।

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