Haryana CM Manohar Lal and all three observers will reach Bhopal: Decision on Chief Minister will be taken in MP today

Haryana CM Manohar Lal and all three observers will reach Bhopal: Decision on Chief Minister will be taken in MP today.शिवराज को फिर मुख्यमंत्री बनाने हो रहे अनुष्ठान

.कैलाश ने भाजपा की जीत को बताया था मोदी मैजिक

राजनीती।News T20:मप्र का सीएम कौन होगा कल शाम तक इसका पता चल जाएगा। लेकिन, शिवराज सिंह को एक बार फिर मुख्यमंत्री बने इसके लिए बैतूल जिले में अनुष्ठान हो रहे हैं। जिले के 130 गांवों में किराड़ समाज के लोगों के घरों में सुंदरकांड का पाठ किया जा रहा है। ये 13 दिसंबर तक चलेगा।

बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। वे खुद भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार बने हुए हैं। हाल ही में दिए गए बयान में उन्होंने भाजपा की जीत का श्रेय शिवराज की लाडली बहना योजना को देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था- यह जीत मोदी मैजिक है। राजस्थान और छत्तसीगढ़ में लाड़ली बहना योजना नहीं थी। भाजपा ने वहां भी बड़ी जीत दर्ज की है।

छत्तीसगढ़ के बाद अब सभी निगाहें मध्य प्रदेश और राजस्थान पर लगी हैं। मध्य प्रदेश में सोमवार, तो राजस्थान में मंगलवार को नए सीएम का पता चल जाएगा। एमपी के लिए भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा के सीएम मनोहरलाल, ओबीसी मोर्चा के प्रमुख के लक्ष्मण और पार्टी सचिव आशा लाकड़ा के सोमवार को 11 बजे भोपाल पहुंचने की उम्मीद है।

उसके बाद विधायकों से चर्चा का दौर शुरू होगा। उन्हें दोपहर एक बजे भोजन के लिए बुलाया गया है। शाम चार बजे बैठक होगी। देर शाम तक विधायक दल के नए नेता का फैसला हो जाएगा। वहीं, राजस्थान के पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सरोज पांडे और विनोद तावड़े के मंगलवार को जयपुर पहुंचकर विधायकों से बात करने की उम्मीद है।

इससे पहले रविवार को पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पार्टी की जीत को लेकर शिवराज को शभुकामनाएं दी। विधायक दल की बैठक से पहले हुई दोनों नेताओं की मुलाकात को अहम माना जा रहा है।

विधायकों को दिए गए ये निर्देश

पार्टी की ओर से जारी किए गए आमंत्रण पत्र से वि धायकों को कुछ जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। इसमें कहा गया कि पार्टी का कोई भी विधायक अपने सहायक और सुरक्षाकर्मी को कार्यालय में प्रवेश देने के लिए अनुरोध न करे। साथ ही बैठक से पहले मीडिया में बयान देने से बचने का भी अनुरोध किया गया है।

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