भिलाई /रायपुर(न्यूज़ टी 20) डेस्क। महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल आज भी जारी है बीती शाम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दिया तब से यह अटकलें तेज हो गई थी कि भारतीय जनता पार्टी के देवेंद्र फडणवीस के बार फिर से महाराष्ट्र की कमान संभालेंगे । लेकिन गोवा से अकेले पहुंचे एकनाथ शिंदे ने देवेंद्र फडणवीस के साथ राज्यपाल से मुलाकात की । मुलाकात के बाद हुई पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने धमाका करते हुए खुद यह ऐलान किया कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे आज ही शाम 7:30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और भारतीय जनता पार्टी उनका बाहर से समर्थन करेगी , इस घोषणा के बाद पिछले 24 घंटे से चल रहा राजनीतिक सस्पेंस खत्म हो गया है ।
ज्ञात रहे कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही कवायद शुरू हो गई भाजपा सरकार बनाएगी। गुवाहाटी से गोवा पहुंचे एकनाथ शिंदे आज अकेले मुंबई पहुंचे और फडणवीस के साथ राज्यपाल से मुलाकात की। इसके बाद देवेन्द्र फडणवीस ने चौंकाने वाला ऐलान कर दिया। एकनाथ शिंदे आज देर रात 7:30 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे।
सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद भाजपा ने दावा नही किया
प्रेसवार्ता ने फडणवीस ने कहा कि चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। लेकिन शिवसेना ने गठबंधन तोड़कर कांग्रेस व एनसीपी से मिलकर बाला साहेब ठाकरे के विचारों को भी ताक पर रख दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि सरकार के दो-दो मंत्री जेल में हैं। जेल जाने के बाद भी उद्धव सरकार ने उसे मंत्री पद से नहीं हटाया था। आखिरी समय में उद्धव सरकार ने औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर किया।
सी एम के नाम के ऐलान के बाद शिंदे ने पीएम का जताया आभार
मुख्यमंत्री की घोषणा होने के बाद एकनाथ शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार जताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बड़ी पार्टी होते हुए भी बड़ा दिल दिखाते हुए मुझे मुख्यमंत्री बनाया है। शिंदे ने दावा किया कि महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में एक मजबूत सरकार दिखेगी। केंद्र सरकार की मदद से महाराष्ट्र का विकास तेजी से हो पाएगा एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा के बाद अब महा विकास आघाडी से जुड़ी तीनों पार्टियों में में नए सिरे से सोचना आरंभ कर दिया आने वाले समय में महाराष्ट्र की राजनीति फिर से भूचाल आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता शायद इसी बात को समझते हुए भाजपा ने फिलहाल सत्ता से दूर रहने का निर्णय लिया है ।