दुनिया में कई तरह के पेड़-पौधे हैं. कई पेड़ अपनी खासियत की वजह से जाने जाते हैं. किसी पेड़ के अंदर कई लीटर पानी जमा हो सकता है तो कुछ पेड़ सालभर फल देते हैं. भगवान हर पेड़ को जिंदा रहने के लिए कई गुण भी देता है. वैसे तो दुनिया के ज्यादातर पेड़ धरती को ऑक्सीजन देते हैं. ऐसे में इंसानों के लिए ये पेड़ किसी वरदान से कम नहीं हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे दुनिया का सबसे खतराक ट्री कहा जाता है. इस पेड़ से इंसान जितना दूर रहे, उसके लिए उतना ही उतना ही अच्छा होता है.
हम बात कर रहे हैं सैंड बॉक्स ट्री की. इस पेड़ का साइंटिफिक नाम Hura crepitans है. इसे पोसमवुड, मंकी नो क्लाइंब, या जाबिलो के नाम से भी जाना जाता है. ये मूल रूप से नार्थ और साउथ अमेरिका के ट्रॉपिकल रीजंस में पाया जाता है. इसके अलावा ये पेड़ अमेजन के रेनफॉरेस्ट में भी पाया जाता है. लेकिन इस पेड़ को दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़ कहा जाता है. इसकी वजह है इस पेड़ में लगने वाला फल. जी हां, इस पेड़ में लगने वाला फल नेचुरल ग्रेनेड है.
इतना खतरनाक है ये पेड़
सैंडबॉक्स को दुनिया के सबसे खतरनाक पेड़ में शामिल किया जाता है. ये पेड़ साठ मीटर तक लंबा हो सकता है. साथ ही इसकी पत्तियां साठ सेंटीमीटर तक बड़ी हो सकती हैं. इस पेड़ में दो तरह के फूल लगते हैं. मेल फ्लावर्स पेड़ के लंबे कांटों में उगते हैं जबकि फीमेल फ्लावर्स इसकी पत्तियों में. इस पेड़ के तने लंबे, नुकीले कांटों से भरे होते हैं जिससे जहर निकलता है. लेकिन इस पेड़ की यूएसपी है इसके फल.
ग्रेनेड की तरह करते हैं ब्लास्ट
इस पेड़ में कद्दू के आकार के फल लगते हैं. ये तीन से पांच सेंटीमीटर तक बड़े होते हैं. यही फल पेड़ का सबसे खतरनाक अंग है. दरअसल, ये फल किसी ग्रेनेड की तरह फूट जाता है. इस धमाके से इसके बीज काफी दूर-दूर तक फ़ैल जाते हैं. लेकिन जिस स्पीड से इसके बीज गिरते हैं, वो इंसान की बॉडी में छेद भी कर सकता है. इस वजह से पेड़ को काफी खतरनाक माना जाता है. लोगों को इससे दूर रहने की सलाह दी जाती है.