कोरबा। नील कुसुम पन्ना की हत्या के गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। अहमदाबाद से आकर शाहबान नाम के युवक ने त्रिकोणीय प्रेम संबंध के चलते युवती को मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने आरोपी शाहबान और भागने में सहयोग करने वाले ममेरे भाई को भी गिरफ्तार किया है। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के सीएसईबी चौकी अंतर्गत की है। 24 दिसंबर को सीएसईबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत पंप हॉउस कालोनी में रहने वाली नील कुसुम पन्ना की उसके घर मे लाश मिली थी। उसके पिता बुधराम पन्ना एसईसीएल कर्मी है व मां ड़ीएव्ही स्कूल में कार्यरत हैं। घटना वाले दिन नील कुसुम पन्ना की मां अपने बेटे को लेकर अपने स्कूल एनुअल फंक्शन में गई हुई थी।

उसके पिता ड्यूटी गए हुए थे। घर मे नील कुसुम पन्ना बस अकेली थी। जब दोपहर को उसका भाई वापस आया तो देखा कि घर के सामने का दरवाजा अंदर से बंद है और आवाज देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुलने पर उसने घर के पीछे जाकर देखा जिसमे उसे घर के पीछे का दरवाजा खुला मिला और वहां से अंदर जाकर देखने पर उसकी बहन नील कुसुम पन्ना रक्तरंजित हालत में बिस्तर पर पड़ी मिली और उसके मुंह पर तकिया रखा मिला। उसने अपने पिता को जानकारी दी। फिर पिता बुधराम पन्ना घर पहुँचे और पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पहुँची पुलिस को शाहबान नामक युवक के अहमदाबाद से रायपुर तक फ्लाइट से आने की टिकट, फिर वहां से कोरबा तक बस से आने की टिकट और शाहबान के आधार कार्ड के अलावा घटना स्थल पर आपत्तिजनक वस्तुएं भी मिली।

आरोपी की गिरफ्तारी हेतु एसपी संतोष सिंह ने एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा के पर्यवेक्षण व सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी के नेतृत्व में 4 टीमों का गठन किया। 4 टीमों में कुल 35 पुलिस कर्मी थे। एक टीम के द्वारा आरोपी शाहबान खान के निवास जशपुर जाकर उसका पूर्व अपराधिक इतिहास और सहयोगियों के बारे में पता करना प्रारंभ किया, एक टीम के द्वारा घटनास्थल पर उपलब्ध साक्ष्य का विश्लेषण कर सबूत एकत्रित करना प्रारंभ किया किया गया, साइबर सेल की टीम को 2 भागों में बांटकर सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी आधार पर आरोपी के बारे में पतासाजी कर शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देश दिए गए ।

सभी टीमों द्वारा टास्क के मुताबिक जिम्मेदारी पूर्वक विवेचना प्रारंभ किया गया। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज में आरोपी टीपी नगर की ओर से पैदल आते और भागते हुए दिखाई का जिसके आधार पर आगे बढ़ने पर पाया कि आरोपी होटल शालीन में रात्रि करीब 1 बजे आकर रुका था जहा से 8.10 बजे चेकआउट किया है ,घटना के बाद वापस होटल नही गया है । आरोपी के भागने के संभावित रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए आगे बढ़ने पर पाया गया कि आरोपी नया बस स्टैंड टीपी नगर कोरबा से टैक्सी में सवार होकर कटघोरा बस स्टैंड के पास उतरा है, कटघोरा से अंबिकापुर बस की ओर गया है , एक टीम को तत्काल अंबिकापुर रवाना किया गया जो अलग अलग स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के मदद से पता चला कि आरोपी ने एक एटीएम से कुछ रकम निकाला है ।

सीसीटीवी कैमरे में 2 लोग दिखाई दे रहे थे आरोपी अपने मुंह पर गमछा बांधा हुआ था किंतु आरोपी के साथी का चेहरा खुला हुआ था , मुखबिर ने पहचान कर बताया उक्त व्यक्ति आरोपी का ममेरा भाई तबरेज खान है,तबरेज खान भी घर से फरार पाया गया। मुखबिरों ने बताया कि आरोपी सहबान खान को तबरेज खान के साथ देखा गया है और वह उसको भगाने का प्रबंध कर रहा है और उसको नया मोबाइल नंबर भी दिया है । किंतु नंबर बंद आ रहा था। स्थानीय मुखबिरों और बस एजेंटो ने बताया कि आरोपी 26 तारीख को बस के माध्यम से बनारस होकर गया है इस आधार पर सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करते हुए टीम बनारस होकर अहमदाबाद पहुंची, किंतु पुलिस के आने की सूचना आरोपी को तबरेज खान ने दे दिया था।

पुलिस की एक टीम अहमदाबाद में ही रोककर आरोपी के बारे में तलाश करती रही। इसी दौरान 28 दिसंबर को आरोपी ने पुणे स्थित रेलवे स्टेशन के पास से अपने अकाउंट से पैसा निकाला है। जानकारी मिलते ही एक टीम तत्काल पुणे महाराष्ट्र के लिए रवाना किया गया। मुखबिर ने कहा कि आरोपी तबरेज खान रायपुर गया हुआ है और भगाने का प्रबंध कर रहा है। इस आधार पर आरोपी तबरेज खान को पकड़ने के लिए एक टीम रायपुर रवाना किया गया। दोनों आरोपियों का मोबाइल बंद होने से पुलिस को, सफलता नहीं मिल पा रही थी।

इसी दौरान नागपुर गई टीम के स्थानीय मुखबिर एवं सूचना तंत्र के माध्यम से पता कि आरोपी पुणे नागपुर से दुर्ग की ओर जाने वाली बस में सवार होकर निकला है। बस का सही पता नहीं चल पा रहा था। रायपुर गए हुए टीम को तत्काल नागपुर दुर्ग हाईवे पर आने वाली बसों को चेकिंग करने के लिए राजनांदगांव रवाना किया गया। महाराष्ट्र गई टीम भी महाराष्ट्र से रायपुर के लिए निकली,राजनांदगांव पुलिस की मदद से चिचोला बॉर्डर पर महाराष्ट्र की ओर से आने वाली सभी वाहनों की सघन चेकिंग शुरू की गई तो आरोपी बस में सवार होकर आता हुआ मिला, पूछताछ पर उसने बताया कि तबरेज खान रायपुर में आया हुआ है जिससे मिलकर दोनों भागने का प्लान कर रहे थे।

7 दिन की कड़ी मेहनत

पूछताछ पर आरोपी शाहबान खान बताया कि वह पूर्व में सिटी बस में कंडक्टर था। उसी बस में मृतिका आना-जाना करती थी। जहां से दोनों की पहचान हुई और दोनों आपस में प्रेम करने लगे। आरोपी कोरबा से काम छोड़कर आहदाबाद काम करने चला गया तो मृतिका किसी दूसरे लड़के को पसंद करने लगी। जिसे वह कई बार मना किया था किंतु नहीं मानने पर त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग में फंसकर समझाने की नीयत से कोरबा आया और मृतका के घर जाकर मिला दोनो के मध्य शारीरिक संबंध भी बना था ,आरोपी ने मृतिका को समझाने का प्रयास किया। किंतु मृतका किसी दूसरे से प्रेम संबंध होने से इंकार करती रही तब गुस्से में आकर उसने मृतिका का हत्या कर दिया।

मामले में गिरफ्तार दूसरा आरोपी तबरेज खान मुख्य आरोपी शाहबान खान का ममेरा भाई है

जो कि इस मामले में आरोपी को छिपाने में सहयोग कर रहा था। अपने नाम का सिम कार्ड आरोपी को दिया था। साथ ही पुलिस की हर गतिविधि की सूचना आरोपी तक पहुंचा रहा था। अतः उसे भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर पेश किया गया।

गिरफ्तार आरोपी का नाम :

शहबाज खान उर्फ़ बाबू पिता स्व. अब्दुल रज्जाक खान उम्र 28 साल सा. ग्राम रूपसेरा (भड़िया ) थाना बगीचा जिला जशपुर व उसका ममेरा भाई तवरेज खान उर्फ़ छोटू पिता अयूब खान उम्र 21 साल सा. लरंगा थाना सन्ना जिला जशपुर

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *