
रायपुर। देशभर में चर्चित महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। PMLA 2002 के तहत दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और ओडिशा के संबलपुर में छापेमारी कर ईडी ने 576.29 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज की है, जिसमें 3.29 करोड़ नकद भी जब्त किया गया है।
हवाला नेटवर्क के जरिए दिल्ली तक पहुँचा काला धन

ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ से दिल्ली के कुछ नेताओं तक हवाला नेटवर्क के जरिए काली कमाई पहुंचाई गई। साथ ही, यह भी सामने आया है कि इस पैसे का इस्तेमाल दुबई और मॉरीशस के फर्जी विदेशी निवेशकों (FPI) के जरिए भारतीय शेयर बाजार में किया गया।
शेयर बाजार में स्मॉल-मिडकैप स्टॉक्स में कृत्रिम उतार-चढ़ाव
ईडी के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग की इस रकम से छोटे और मिडकैप कंपनियों के शेयरों में भारी उतार-चढ़ाव पैदा कर आम निवेशकों को चूना लगाया गया। यह इनसाइडर ट्रेडिंग और शेयर मैनिपुलेशन का संगठित नेटवर्क था।
3000 करोड़ से अधिक संपत्ति जब्त, 13 गिरफ्तारी और 74 संस्थाएं आरोपी
अब तक की जांच में ईडी ने:
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170 से अधिक ठिकानों पर रेड की है
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3002.47 करोड़ की संपत्ति अटैच की है
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13 लोगों को गिरफ्तार किया है
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और 74 कंपनियों/संस्थाओं को आरोपी बनाया है
कैसे चलता था महादेव सट्टा ऐप का नेटवर्क?
महादेव सिंडिकेट नए उपयोगकर्ताओं को रजिस्टर करता, उन्हें सट्टा ID जारी करता और सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से डिजिटल माध्यमों से पैसा वसूली करता। ईडी को इस पूरे सिस्टम के इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिले हैं।
