उधमपुर [ News T20 ] | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के केंद्र शासित प्रदेश के दौरे से ठीक पहले पाकिस्तान स्थित एक अज्ञात आतंकी संगठन ने सितंबर के अंत में उधमपुर में दो-दो बसों में विस्फोटों की योजना बनाई थी। अब यह जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। इस मामले से परिचित लोग ने यह जानकारी दी है। आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी ने पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर पुलिस से यह जांच अपने हाथ में ली और दोहरे विस्फोटों में दो मामले दर्ज किए।
आठ घंटे के भीतर बसों में दो विस्फोट हुए थे। पहला विस्फोट 28 सितंबर को रात करीब 10.30 बजे डोमेल चौक के पास बैगरा पेट्रोल पंप पर हुआ था। वहीं, अगले दिन सुबह करीब 6 बजे पुराने बस स्टैंड पर दूसरा विस्फोट हुआ था। पहले विस्फोट में कंडक्टर और उसका दोस्त घायल हो गए थे। दूसरी घटना में किसी को चोट नहीं आई थी। हालांकि, अमित शाह की यात्रा के कारण पूरी राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया था।
विस्फोटों के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मोहम्मद असलम शेख ने 18 सितंबर को दोपहर लगभग 3 बजे दो बसों में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाने की बात कबूल की थी। 2 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने कहा कि शेख पाकिस्तान स्थित हैंडलर मोहम्मद अमीन भट उर्फ खुबैब के निर्देश पर काम कर रहा था।
पाकिस्तान में बसे भट ने ड्रोन के जरिए भारत को आईईडी भेजा था, जिसे शेख ने कठुआ के दयाला चौक इलाके से 23 सितंबर को एकत्र किया था। मुकेश सिंह ने कहा, “भट ने सोशल मीडिया ऐप के जरिए असलम शेख से संपर्क किया और उसे ड्रोन के जरिए तीन बम और चार आईईडी मुहैया कराए।” एनआईए द्वारा दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि एक अज्ञात संगठन ने भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने और आतंक और भय पैदा करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच सौंपते हुए कहा कि विस्फोटों का राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘सरकारी प्रतिष्ठानों, सेना/सुरक्षा बलों के शिविरों, कश्मीरी पंडितों और अन्य निवासियों को भी निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं द्वारा एक नए अज्ञात संगठन का गठन किया गया है।”