Opinion: शाहरुख खान मतलब सुपरस्टार. या यूं कहें किंग खान. इन्हें लोग बादशाह, पठान, जवान और न जाने क्या क्या कहते हैं. दिल से इनकी लोग बहुत इज्जत करते हैं. प्यार करते हैं कि 3 दशकों में इन्होंने हिंदी सिनेमा के लिए क्या कुछ नहीं किया है. शाहरुख खान पर गर्व है. फैंस इनपर नाज करते हैं. मगर इनकी कही एक भी गलत बात लोगों का दिल तोड़ देती है. एक्टर के करोड़ों लोग फैन हैं, वह लोगों के आइडल हैं. ऐसे में उनके मुंह से निकली एक-एक बात का असर भी गहरा होता है. तभी न उन्हें तो मजाक भी संभलकर करना चाहिए.
अब अंबानी की पार्टी के बाद से शाहरुख खान के ही फैंस उनसे नाराज हुए हैं. जिस तरह उन्होंने राम चरण का ‘इटली वड़ा’ कहकर मजाक बनाया. वो सच में दिल तोड़ देने वाला है. मानते हैं आपका सेंस ऑफ ह्यूमर गजब है लेकिन इस बार ये आप पर ही भारी पड़ गया है. साउथ स्टार पर इस तरह का कमेंट न तो आपके फैंस को अच्छा लगा न ही राम चरण के.
राम चरण की मेकअप आर्टिस्ट भी नाराज हुईं
राम चरण की मेकअप आर्टिस्ट जेबा हसन ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की. वह भी करोड़ों लोगों की तरह शाहरुख खान की फैन हैं. उन्होंने एक कमेंट में लिखा, ‘मैं शाहरुख खान की बड़ी फैन हूं. मगर जिस तरह उन्होंने राम चरण को स्टेज पर बुलाया, मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा.’ फिर इंस्टाग्राम स्टोरी पर भी उन्होंने रिएक्ट किया. वह लिखती हैं, ‘इडली वड़ा सांभर राम चरण कहां है तू? मैं ये सुनकर पार्टी के हॉल से बाहर आ गई. राम चरण के लिए बहुत अपमानजनक है.’
हर भारतीय सीना ठोक रहा
राम चरण. साउथ का बड़ा नाम है. पिछले साल उनकी और टीम की वजह से ‘नाटु नाटु’ गाने के जरिए हर भारतीय सीना ठोक रहा था. इसने ऑस्कर और गोल्डन अवॉर्ड में जीत दर्ज की थी. अब भरी पार्टी में राम चरण के लिए ऐसे शब्द इस्तेमाल करना तो सरासर गलत है. भला कैसे एक सुपरस्टार, दूसरे सुपरस्टार के लिए इस तरह का मजाक कर सकता है.
साउथ सिर्फ इडली-वड़ा नहीं है
पहला तो शाहरुख खान और तमाम बॉलीवुड वालों को ये क्लीयर कर लेना चाहिए कि साउथ सांभर वड़ा या इडली जितना नहीं है. दक्षिण भारत देश की आन बान शान है. देश की परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है. भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का खास हिस्सा है. राम चरण, प्रभास, अल्लू अर्जुन, रजनीकांत, महेश बाबू, विजेंद्र प्रसाद, टोविनो थॉमस, मोहनलाल, मणिरत्नम, ए आर रहमान, चिरंजीवी, नागार्जुन, एसएस राजामौली से लेकर तमाम सुपरस्टार्स यहीं की देन है.
कब कब उड़ाया गया मजाक
वैसे ये पहला मौका नहीं है. पहले भी बॉलीवुड में दक्षिण भारत को लेकर तरह-तरह का मजाक बनाया जाता रहा है. ‘पड़ोसन, ‘रा.वन’ से लेकर ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ जैसी ढेरों फिल्में हैं, जहां फन एलिमेंट के लिए ऐसा किया गया है. कभी तमिल केरेक्टर को दिखाने के लिए नूडल के साथ मैगी खाते (रा.वन में शाहरुख खान का केरेक्टर) दिखाया गया तो कभी ‘अईअईओ’, ‘माइंड इट’ और ‘अन्ना रास्कल’ जैसे डायलॉग ठूसे गए. ‘किसी का भाई किसी का जान’ के ‘लुंगी डांस’ पर भी काफी विवाद हुआ था. जब वेस्थी के अपमान की बात लोगों ने कही थी.
बॉलीवुड में बनता है मजाक?
कुछ समय पहले नसीरुद्दीन शाह ने एक बात कही थी. उन्होंने कहा था कि हिंदी फिल्मों में हमेशा से ही सिख, ईसाई और पारसी धर्म के लोगों का मजाक बनाया जाता है. दूसरे के दुख पर हंसना तो रिवाज बन गया है. 100 साल हो गए हैं, यहां मजाक ही बनता जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा था कि साउथ की फिल्में ज्यादा रिलेटेबल होती हैं.
साउथ से शाहरुख खान को बहुत कुछ मिला
शाहरुख खान की बात करें तो उन्हें साउथ से हमेशा बहुत प्यार मिला है. साल 1998 में मणिरत्नम की ‘दिल से’ में शाहरुख खान ने लीड रोल प्ले किया था. फिल्म ने दो नेशनल अवॉर्ड जीते थे. वह पद्म भूषण से सम्मानित एक्टर कमल हासन के साथ ‘हे राम’ में भी काम कर चुके हैं. साल 2009 में आई शाहरुख की ‘बिल्लू बार्बर’ को साउथ के मशहूर डायरेक्टर प्रियदर्शन ने डायरेक्ट किया था. शाहरुख खान ने बेशक ‘पठान’ से सफलतापूर्वक कमबैक किया मगर उनकी ‘जवान’ की ब्लॉकबस्टर सक्सेस किसी से छिपी नहीं है. डायरेक्टर एटली का इस सफलता में अहम योगदान था. कुल-मिलाकर शाहरुख खान को साउथ इंडस्ट्री न सिर्फ प्यार बल्कि भर-भरकर सफलता भी भी दी है.