मोदी कैबिनेट मंे डॉ रमन सिंह को जगह मिलने की चर्चा है। इसे लेकर स्थिति को खुद डॉ रमन सिंह ने साफ किया। शनिवार को रायपुर में पूर्व मंत्री राजेश मूणत के धरना प्रदर्शन में शामिल होने डॉ रमन सिंह गए थे। यहां मीडिया ने मोदी कैबिनेट पर सवाल किया तो अपनी स्थिति को लेकर डॉ रमन सिंह ने जवाब दिया। दिल्ली जाकर मोदी मंत्री मंडल में शामिल होने कि बात पर डॉ रमन सिंह ने कह दिया कि मैं छत्तीसगढ़ में ही अच्छा लगता हूं और छत्तीसगढ़ मुझे अच्छा लगता है।
कांग्रेसी नेता मंत्री मंडल मंे जगह मिलने की बात कर रहे हैं ये पूछे जाने पर डॉ रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेता तो यही चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में बहुत से योग्य लोग हैं, उन्हें स्थान मिल सकता है। ये कहते हुए डॉ रमन ने बड़ा संकेत दिया है कि मोदी कैबिनेट में प्रदेश के लोगों को जगह मिल सकती है। दो दिन पहले ही प्रदेश भाजपा के बड़े नेता, सांसद कुछ विधायक और पार्टी के अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष दिल्ली गए थे।
कहा जा रहा है कि प्रदेश से किसी सांसद को मोदी कैबिनेट में जगह दिए जाने की लॉबिंग की जा रही है। सांसद विजय बघेल और गुहाराम अजगले के नामों की चर्चा रही है। इस मामले में बयान देते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि 10-11 सांसद भाजपा को यहां से मिलते हैं मगर कभी कैबिनेट मंत्री यहां से नहीं रहे। कांग्रेस के वक्त में छत्तीसगढ़ से कैबिनेट मंत्री हुआ करते थे।
छत्तीसगढ़ से इन समीकरणों पर मंथन
जातीय समीकरण के हिसाब से मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के कुछ सांसदों को मोदी कैबिनेट में मौका मिल सकता है। प्रभावशाली ओबीसी और आदिवासी चेहरों पर फोकस किया जा सकता है। इससे 2023 के विधानसभा चुनाव में इस वर्ग के वोटर को लुभाया जा सके। इसके लिए रायपुर से लेकर दिल्ली तक संगठन और सरकार में लॉबिंग की चर्चाएं हैं।
इसी साल जून में मंत्रिमंडल का हुआ था विस्तार
मोदी मंत्रिमंडल में 2019 के बाद एकमात्र बदलाव इस साल जून में हुआ था। 8 जून को हुए इस बदलाव में 12 मंत्रियों को शामिल किया गया था जबकि कुछ बड़े मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई थी। सूत्रों का मानना है कि इस बार के फेरबदल में भी कुछ ऐसा ही होने वाला है। माना जा रहा है कि इस बार लोकसभा सांसदों की संख्या मंत्रिमंडल में बढ़ सकती है और छत्तीसगढ़ के सांसदों में से किसी को अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।