नई दिल्ली- इस त्योहारी सीजन में सोने की कीमतों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. निवेशकों और ग्राहकों की दिलचस्पी इस पीली धातु में काफी बढ़ गई है. अमेरिका की मौद्रिक नीति में संभावित बदलाव और वैश्विक तनाव जैसे कारक सोने की मांग को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं. दीवाली और धनतेरस जैसे त्योहारों के चलते भारत में भी इसकी अच्छी खासी मांग नजर आ रही है. ऐसे समय में, जब कई कारणों से दाम बढ़ रहे हैं, सोने की कीमत कहां तक जा सकती है?
सीएनबीसी टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में आज (16 अक्टूबर 2024) सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं. वैश्विक बाजारों और घरेलू त्योहारों की मांग के कारण सोने की दरों में तेज उछाल देखा गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.3% बढ़कर $2,667.97 (लगभग ₹2,22,000 प्रति औंस) हो गई. भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹77,390 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है.
सोने की कीमतें बढ़ने के कारण
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की मांग बढ़ने के कई कारण हैं. सबसे प्रमुख कारण है अमेरिका के ट्रेजरी यील्ड में गिरावट. 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड लगातार तीसरे दिन भी गिरा, जिससे बिना ब्याज वाले संपत्तियों जैसे कि सोना ज्यादा आकर्षक हो गया. यह गिरावट इस उम्मीद पर आधारित है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व भविष्य में ब्याज दरों में कटौती करेगा.
ANZ कमोडिटी स्ट्रैटेजिस्ट सोनी कुमारी के अनुसार, “अमेरिकी मौद्रिक नीति में ढील सोने की कीमतों के लिए गेम चेंजर है, क्योंकि इससे निवेश की मांग में वृद्धि होती है.”
इसके अलावा, मध्य-पूर्व में चल रहे तनाव भी सोने की मांग को बढ़ावा दे रहे हैं. ऑगमोंट-गोल्ड फॉर ऑल की प्रमुख रिसर्चर रेनीशा चैनानी ने कहा, “भू-राजनीतिक खतरों के बीच जोखिम-रहित सेंटीमेंट के कारण सोने की ओर सुरक्षित निवेश की प्रवृत्ति बढ़ रही है.”
भारत में त्योहारों का असर
विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता भारत है. भारत में दीवाली और धनतेरस के समय सोने की मांग में भारी उछाल देखा जा रहा है. कामा ज्वैलरी के एमडी कॉलिन शाह ने बताया कि ज्वैलर्स और ट्रेडर्स की मजबूत मांग के कारण कीमतें और बढ़ने की संभावना है.
शाह के अनुसार, “इस त्योहारी सीजन में हम मांग में साल-दर-साल 10-15% की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि इस साल उपभोक्ताओं की मांग पिछले साल की तुलना में काफी मजबूत है. उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी, सोना नए उच्चतम स्तर तक पहुंच सकता है.
आगे की संभावनाएं
लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन में विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि अगले 12 महीनों में सोने की कीमतें $2,941 (लगभग ₹2,45,000 प्रति औंस) तक पहुंच सकती हैं. रेनीशा चैनानी ने कहा कि अगर वैश्विक रुझान अनुकूल रहे तो सोने की कीमत ₹78,500 प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है.