ठाणे। शिवसेना के एक सांसद द्वारा नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल के कार्यवाहक डीन को शौचालय की सफाई के लिए मजबूर करने का वीडियो सामने आने के बाद चिकित्सकों के एक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि महाराष्ट्र सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वे आंदोलन शुरू करेंगे। यह वही अस्पताल में है, जहां 48 घंटे में 31 मरीजों की मौत हुई थी। इन मौतों को लेकर आक्रोश के बीच, हिंगोली से शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल ने मंगलवार को डॉ. शंकरराव चव्हाण शासकीय चिकित्सकीय महाविद्यालय एवं अस्पताल का दौरा किया था और कार्यवाहक डीन एस.आर. वकोडे को गंदा शौचालय साफ करने के लिए मजबूर किया।
सरकारी सेवक के काम में बाधा डालने और अपमान करने के आरोप में FIR दर्ज
पुलिस ने वकोडे की शिकायत के बाद बुधवार को पाटिल के खिलाफ सरकारी सेवक के काम में बाधा डालने और अपमान करने के आरोप में FIR दर्ज की है। ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (IMA) की महाराष्ट्र इकाई ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक ज्ञापन सौंपकर कार्यवाहक डीन के साथ किए गए व्यवहार के मामले में आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई है। आईएमए (महाराष्ट्र) के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र कुटे ने कहा कि चिकित्सकों का समुदाय भी यह चाहता है कि नांदेड़ अस्पताल में हुई मौतों की उचित जांच हो।
विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इन सभी मरीजों को गंभीर हालत में नांदेड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हम उचित जांच का अनुरोध करते हैं। परंतु स्थानीय नेता एवं सांसद द्वारा मेडिकल कॉलेज के डीन एवं विभाग प्रमुख के साथ किया गया व्यवहार भी उचित नहीं है।’’ आईएमए ने दावा किया कि मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल में कर्मचारियों की संख्या अपर्याप्त है। ज्ञापन में कहा गया, ‘‘यदि इस मामले में आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई तो हम राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करने के लिए विवश होंगे।’’
सांसद ने डीन को थमाया था झाड़ू
वीडियो में शिवसेना सांसद पाटिल को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “(शौचालय में) मग्गे तक नहीं हैं और जो लोग शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर पाते आप उनपर चिल्लाते हैं। क्या आप (चिकित्सक और डीन) अपने घर में भी ऐसा ही व्यवहार करते हो?” इसके बाद उन्होंने एक चिकित्सक से बाल्टी लाने को कहा। पाटिल ने कहा, “क्या इस मेडिकल कॉलेज में केवल एक बाल्टी है?” वीडियो में पाटिल कार्यवाहक डीन एस.आर. वकोडे को एक झाडू़ थमाकर उनसे शौचालय साफ करने के लिए कहते हुए दिख रहे हैं।
सांसद हेमंत पाटिल ने और क्या कहा था?
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से जुड़े पाटिल ने कहा, “सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन मुझे यहां के हालात देखकर दुख हुआ। शौचालय महीनों से साफ नहीं किए गए हैं। अस्पताल के वार्ड में बने शौचालयों पर ताला लगा है। शौचालयों में पानी नहीं है।” उन्होंने कहा, “मैं डीन के कार्यालय गया, जहां मैने देखा कि वाश बेसिन टूटा हुआ है और टोटी में पानी नहीं है।”