भिलाई [न्यूज़ टी 20] देवास। आज के वैज्ञानिक युग में भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कई प्रकार के टोटके, तंत्र-मंत्र विद्या को प्रभावी मानते हैं. ऐसा ही एक मामला जिला चिकित्सालय के पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर देखने को मिला, जहां एक महिला के शव में श्वास लाने के

लिए जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर तंत्र-मंत्र का सहारा लिया गया, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हो सका. बाद में मृत महिला का पोस्टमार्टम कर शव दोपहर में परिजनों को सौंप दिया गया. मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है.

जिले के ग्राम भौंरासा में रहने वाली अर्चना पति अखिलेश हनोतिया उम्र 30 वर्ष को सांप ने काट लिया था, जिसके बाद महिला की नींद खुली तो उसने अपने पति को बताया. इस संबंध में पति अखिलेश ने बताया कि “वह पलंग से नीचे सोई हुई थी,

सांप के काटने के बाद जब उसने मुझे बताया तो मैंने सांप को डंडे से मारने का प्रयास किया, लेकिन मेरी पत्नी ने उसे मारने से मना कर दिया. बाद में भौंरासा क्षेत्र में सांप के काटने का उपचार करने वाले व्यक्ति से अर्चना को धागा करवाया (टोटका) था,

जिसने ये सब किया वह पहले भी कई सांप काटने वाले लोगों का उपचार कर चुका है. वहीं मामले में परिजनों के कहने के बाद महिला को देर रात जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया गया. मृत महिला का पोस्टमार्टम होना था,

लेकिन सुबह महिला के परिजनों ने पुलिस व वहां मौजूद डॉक्टर को कहा कि सर्पदंश का उपचार करने वाले (झाड फूंक) को बुलाया है उसके आने के बाद ही आगे की स्थिति के बारे में देखेंगे. हालांकि कई घंटो तक झाड फूंक और मंत्र पढ़ने के बाद भी जब मृत महिला जिंदा नहीं हो पाई,

तो परिजनों ने पोस्टमार्टम करने की अनुमति दी. बाद में महिला का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था. इस मामले को लेकर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को जांच में लिया है.

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