भिलाई [न्यूज़ टी 20] पिछले दिनों भारत को लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी पर नसीहत देने वाले जर्मनी में खुद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में है। इसकी बानगी हाल ही में देखने को मिली जब एक मुस्लिम महिला के ऊपर हमला कर दिया गया। यह तब हुआ जब महिला बर्लिन के इलाके में थी।
इतना ही नहीं महिला के ऊपर नस्लीय टिप्पणी भी की गई और उसका हिजाब फाड़ दिया गया। दरअसल, यह घटना जर्मनी की राजधानी बर्लिन की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां एक रेस्त्रां में हिजाब पहने एक मुस्लिम महिला पर हमला किया गया है,
हमलावर ने महिला के सिर पर हमला करने से पहले उसका हिजाब भी फाड़ दिया। हमलावर ने महिला का हिजाब फाड़ने के बाद उसके सिर पर वार किया। महिला के शरीर के ऊपरी हिस्से पर भी वार किया गया है। यह पहला मामला नहीं है जब जर्मनी में मुस्लिम समुदाय के लोगों को परेशान किया गया हो।
इससे पहले बर्लिन में ही हाल में मुस्लिम महिलाओं पर नस्लीय टिप्पणी करने का मामला सामने आया था। यह तब हुआ था जब एक शख्स ने दो महिलाओं पर नस्लीय टिप्पणी की थी। हालांकि इसके बाद हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया था। बता दें कि पिछले दिनों मोहम्मद जुबैर के गिरफ्तारी के मामले में जर्मनी ने गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा,
कि पत्रकारों का उनकी पत्रकारिता के लिए उत्पीड़न नहीं होना चाहिए और ना ही इसके लिए उन्हें जेल में डाला जाना चाहिए। हम पत्रकार मोहम्मद जुबैर के मामले से वाकिफ हैं। इतना ही नहीं जर्मनी ने यहां तक कहा था कि भारत से उम्मीद की जाती है कि वह अभिव्यक्ति की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रता जैसे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करे।