भिलाई [न्यूज़ टी 20] डेस्क। अमेरिका के महिला जेल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक ट्रांसजेंडर कैदी को उसके किये गए कृत्यों की वजह से महिला जेल से हटाना पड़ा क्योंकि ‘उसने’ ने एक ही जेल में बंद दो महिलाओं को गर्भवती कर दिया था। यह घटना न्यूजर्सी में एडना महान करेक्शनल फैसिलिटी फॉर विमेन में हुई, जहां जेल अधिकारियों ने पुष्टि की कि कैदी को पुरुषों के लिए बनी जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
आरोपी कैदी का नाम डेमी माइनर है, जिसने अपने गोद लेने वाले पिता की हत्या कर दी थी और उस जुर्म में वो 30 सालों की सजा काट कर रही है। जून में माइनर को एडना माहन करेक्शनल फैसिलिटी से गार्डन स्टेट यूथ करेक्शनल फैसिलिटी में शिफ्ट कर दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट की एक खबर के अनुसार 27 वर्षीय माइनर ने कहा कि ट्रांसफर के दौरान गार्ड्स ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और जीएससीएफ में ट्रांसफर के दौरान उसने खुद को फांसी लगाने की कोशिश की। जस्टिस 4 डेमी ब्लॉग पर एक पोस्ट के अनुसार, माइनर ने दावा किया कि जेल के अधिकारियों ने उसे टारगेट किया
और एक महिला को तलाशी देते वक्त उसका मजाक उड़ाया। एक दूसरी पोस्ट में उसने दावा किया कि ट्रांसफर के दौरान उसे पीटा भी गया। माइनर ने कहा कि उसे कुछ समय के लिए न्यू जर्सी स्टेट जेल में रखा गया था जहां गार्ड्स उसे ‘पुरुष’ की तरह संबोधित करते थे।
डेमी का केस पहली बार अप्रैल महीने में चर्चा में तब आया था जब एडना महान करेक्शन्ल फैसिलिटी में उसने दो साथी कैदियों को प्रेग्नेंट कर दिया था। इसके बाद उसे कुछ समय के लिए न्यू जर्सी स्टेट प्रिजन में रखा गया था। इस दौरान उसने साथी कैदियों पर सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया। अब मौजूदा जेल में भी वह ऐसे ही आरोप लगा रही ।
माइनर ने अपने ब्लॉग में कहा है कि, ‘मैंने स्वीकार किया है कि मैं एक पुरुष जेल में हूं, लेकिन मैंने स्वीकार नहीं किया है और न ही मैं कभी इस बात से सहमत या स्वीकार करूंगी, कि मैं एक महिला के अलावा कुछ भी हूं जो ट्रांसजेंडर होती है’। माइनर ने अपने एक और ब्लॉग में जेल के गार्ड्स पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘आप जो कर रहे हैं,
वो सही नहीं है, यहां कोई कैमरा नहीं लगा हुआ है’। अप्रैल महीने में न्यूजर्सी जेल प्रशासन ने कहा कि, डेमी माइनर ने एडना माहन करेक्शनल फैसिलिटी में दो साथी महिला कैदियों को प्रेगनेंट कर दिया है’। जिसके बाद डेमी माइनर को महिला जेल से पुरूष जेल में ट्रांसफर करने का फैसला लिया गया।