धरती पर एक से एक जगह हैं जो लोगों के लिए रहस्य बनी हुई हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही लाइटहाउस के बारे में बताने जा रहे हैं. जो न केवल समुद्री जहाजों के लिए नेविगेशन में मददगार हैं, बल्कि वास्तुशिल्प का अद्भुत नमूना भी हैं. जिन लोगों को रोमांच पसद है, ऐसे लोगों के लिए यह जगह स्वर्ग से कम नहीं. सोशल मीडिया पर यह वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है.
हम बात कर रहे Pridrangar Lighthouse की. यह आइसलैंडिक समुद्र तट से छह मील दूर तीन चट्टानों की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित है. यहां तीन चट्टाने हैं, लेकिन 1939 में एक बेहद खड़ी और खतरनाक चट्टान के ऊपर इसे बनाया गया था. यहां पहुंचने का एकमात्र रास्ता हेलीकॉप्टर है. अगर आप भी किसी शांत जगह की तलाश में हैं तो यह सबसे बेहतरीन जगह है. हालांकि, जुलाई 2015 में लाइटहाउस का मेंटेनेंस करने के लिए छह श्रमिकों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया था. उन्होंने जो वीडियो शेयर किया, वह दिल दहला देने वाला है.
चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी
श्रमिकों ने द्वीप पर रातें बिताईं, लेकिन उन्हें रातभर नींद नहीं आई. श्रमिकों ने नेशनल ब्रॉडकास्ट को बताया कि चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी था. ऊंचाई इतनी कि अगर कोई गिर जाए तो सांस बीच में ही अटक जाए. दूरबीन से देखने पर नीचे पानी में जानलेवा व्हेल तैैरती नजर आईं. जो एक बार में ही किसी को भी निगल लें. खास बात, इससे पानी के जहाजों को रास्ता तलाशने में मदद मिलती है. किसी भी लाइट हाउस का हृदय उसका प्रकाश स्रोत होता है. इस लाइटहाउस में एक उन्नत फ़्रेज़नेल लेंस लगा हुआ है, जो इसे रोशन करता है. यह सुनिश्चित करता है कि काफी दूरी से भी यह दिखाई दे. यहां तक कि सबसे खराब परिस्थितियों में भी यह जहाजों का मार्गदर्शन करता है.