दुनिया में ऐसे बहुत से बहुत से शहर हैं जिनमें अलग-अलग धर्मों के लिए अहमियत रखने वाली चीजें मौजूद हैं. पर दुनिया में एक छोटी सी जगह ऐसी भी है, जहां 1 नहीं 3 धर्मों के लोग अपना दावा ठोंकते हैं. ये जगह जमीन का एक छोटा सा हिस्सा है, मगर इतना जरूरी है कि सालों से इसको लेकर युद्ध हो रहे हैं.
इस जगह का नाम है येरुशलम (Which place is most sacred for 3 religion) जो इजरायल में है. इस शहर में एक छोटा सा इलाका है, जो ईसाई, यहूदी और मुसलमानों के लिए बेहद पवित्र है. इस वजह से इसे दुनिया के सबसे पवित्र शहरों में एक माना जाता है.
इस शहर के मध्य में पुराना शहर (Jerusalem) है जिसे ओल्ड सिटी कहते हैं. चारों ओर किले की तरह दीवार हैं जिसके आसपास तीनों धर्मों के पवित्र स्थान हैं. ईसाइयों के क्षेत्र में द चर्च ऑफ द होली सेपल्कर मौजूद है. ये दुनियाभर में ईसाइयों के लिए पवित्र स्थान है क्योंकि उनका मानना है कि यहीं पर यीशु मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था. उसके साथ ही वो यहीं पर ही अवतरित हुए थे.
तीनों धर्मों के लिए पवित्र है जगह
बीबीसी के अनुसार मुसलमानों के इलाके में डोम ऑफ रॉक और अल-अक्सा मस्जिद है. इस्लाम में इस जगह को बेहद पवित्र माना जाता है. कहते हैं कि पैगंबर मोहम्मद ने मक्का से यहां तक का सफर तय किया था. इसके बाद डोम ऑफ रॉक से ही वो जन्नत की ओर गए थे. शहर का तीसरा हिस्सा यहूदियों के हवाले है. इस हिस्से में प्राचीन मंदिर की दीवारें हैं जो अवशेष के रूप में हैं मगर उनकी आस्था का केंद्र हैं. माना जाता है कि यहीं पर अब्राहम ने बेटे आईजैक की कुर्बानी दी थी.
सालों से जारी है जगह को लेकर विरोध
1967 में इजरायल ने जब अरब देशों से 6 दिनों तक जारी युद्ध को जीता तो उन्होंने पूर्वी येरुशलम को अपने कब्जे में कर लिया. इजरायल ने मस्जिद का कंट्रोल एक इस्लामिक ग्रुप को दिया पर इजरायली फोर्स वहां जा सकती थीं. उन्होंने ईसाइयों को भी वहां जाने की अनुमति दे दी. मुस्लिम समुदाय के लोग चाहते थे कि मस्जिद के उस इलाके में जाने से दूसरे धर्मों को रोका जाए, जो मुसलमानों के लिए सबसे ज्यादा पवित्र थे. बस इसी बात को लेकर उनके बीच का झगड़ा बढ़ता गया.