जानकारी के मुताबिक, नवाबाद थाना क्षेत्र के गुमनाबार इलाके में सरकारी स्कूल के शिक्षक लक्ष्मी प्रसाद (60वर्ष) निवासी करते थे। घर में उनकी पत्नी विमला प्रसाद (55वर्ष) और बेटा अंकित (25वर्षीय) रहता था। अंकित पब्जी गेम का आदि था। शानिवार की सुबह जब एक दूध वाला लक्ष्मी प्रसाद के घर पहुंचा तो घर का दरवाजा अंदर से बंद मिला। दूधवाले ने अंदर झांक कर देखा तो शिक्षक और उसकी पत्नी की लाश खून से लथपथ पड़ी हुई थी। दूधवाले ने आसपास के लोगों को और पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस तो घर के अन्दर दो लाश पड़ी हुई थी और हत्यारा बेटा अंकित वहीं बैठा हुआ था।
पुलिस ने बेटे को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की। अंकित ने माता पिता की हत्या की बात कबूल की। पुलिस पूछताछ में पता चला कि अंकित पिछले दो सालों से पब्जी गेम खेल-खेलकर अपना मानसिक संतुलन खो चुका था। अंकित पढ़ाई में काफी होशियार था और लाॅकडाउन से पहले रेलवे के अस्पताल में कंपाउंडर की जाॅब करता था। लाॅकडाउन लगने के बाद उसने नौकरी छोड़ दी थी और घर में रहने लगा था। इसी दौरान उसने पब्जी गेम खेलना शुरू किया। गेम में वो इतना व्यस्त रहने लगा कि घर में पिता या मां कुछ बोलती तो वो उनसे मारपीट करने लगता था।
घटना वाले दिन भी मां और पिता ने उसे पब्जी खेलने से टोका था। इस बात से आक्रोशित अंकित ने घर में रखे तवे से पीट-पीटकर दोनों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी अंकित तीन बहनों में अकेला भाई है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। और छोटी बहन बाहर रहकर पढ़ाई कर रही है। फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही है।