Wife Carrying World Championship: पत्नी को अपने कंधे या पीठ पर बैठाकर ले जाने की परंपरा काफी पुरानी है. यह फिनलैंड में विशेष मौके पर खेला जाने वाला खेल है, जिसमें पति को अपने कंधे पर पत्नी को बैठा दौड़ा जाता है. चलिए जानते हैं कि आखिर यह खेल कब और क्यों शुरू हुआ था.
ये है 31 साल पुराना खेल
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पत्नी को उठाकर ले जाने का वर्ल्ड चैंपियनशिप (Wife Carrying World Championship) 31 साल पुराना खेल है. फिनलैंड के यूकोनकांटो स्थित सोनकाजर्वी में साल 1992 में यह एक खेल के रूप में शुरू हुआ था.
कंधे पर पत्नी को बैठाकर ले जाने की चैंपियनशिप
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इस परंपरा की सटीक उत्पत्ति अज्ञात है, लेकिन हर कोई अलग-अलग किस्से बतलाता है. आज दुनिया भर में पति द्वारा वाइफ को कंधे पर ले जाने का ट्रेंड बन चुका है और कई देश के लोग इस खेल में शामिल होते हैं.
जीतने वाले को मिलता है ये ईनाम
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प्रतिभागियों को अपनी पत्नियों को कई तरीकों से ले जाने की अनुमति है. जहां पत्नी अपने पति के कंधों के चारों ओर अपने पैरों के साथ उल्टा लटकती है. पति अपनी पत्नी को कंधे पर लटकाकर दौड़ लगाते हैं और जीतने वाले को इनाम मिलता है.
इन देशों में भी हो चुका है शुरू
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जो भी इस रेस में जीतने में सफल होता है, उसे पत्नी के वजन के बराबर बीयर प्राइज में दी जाती है. दुनिया भर में यह खेल काफी पॉपुलर हो चुका है. ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका, भारत, हांगकांग और जर्मनी अब खेल को फॉलो करते हैं.
पत्नी की कितनी होनी चाहिए उम्र
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वाइफ कैरीइंग चैंपियनशिप को दुनिया के 7 सबसे अजीबोगरीब ‘ताकत के कारनामों’ में से एक माना जाता है. नॉमिनेटेड पत्नी की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए और उसका वजन कम से कम 49 किलोग्राम होना चाहिए. यदि पत्नी हल्की है, तो उसे अधिकारियों द्वारा दिया गया एक वजनदार रूकसैक साथ ले जाना होगा.