ज्यादातर लोगों की ख्वाहिश दो जून की रोटी और मकान की होती है, ताकि वे सुकून से रह सकें. रोटी का तो बंदोबस्त किसी तरह से हो जाता है, लेकिन घर बनाना सबसे मुश्किल होता है. शायद यही वजह है कि दुनियाभर में लगभग 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास रहने के लिए घर नहीं है. ऐसे में वे लोग या तो सड़कों पर रहते हैं या फिर किसी ऐसी जगह को अपना आशियाना बना लेते हैं, जहां उन्हें कोई परेशानी न हो. ऐसी ही एक सोसाइटी रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट की बिनीथ स्ट्रीट है. सोसाइटी सुनकर आपको कुछ और महसूस हो, उसके पहले बता दें कि ये सड़क के नीचे मौजूद गटर है. यहां की मुख्य सड़क के ऊपर जहां दनादन गाड़ियां गुजरती हैं, वहीं इसके नीचे बना नाला बेघर लोगों की दुनिया है. इनकी जिंदगी देख कोफ्त भी होगी.
सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें आए दिन वायरल होती रहती हैं. बुखारेस्ट के बीचों-बीच बसे इस अंडरग्राउंड सोसाइटी के लोगों को कोई पूछता तक नहीं, लेकिन इन्हें यहां रहने में बड़ा मजा आता है. ये लोग हमेशा नशे में रहते हैं और कोई काम भी नहीं करते. नाले के अंदर ही इन्होंने अपने लिए वे सभी संसाधन जुटा लिया है, जो जिंदा रहने के लिए जरूरी हैं. पहले कुछ लोग ही यहां रहते थे, लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती चली गई. अब ये लोग एक परिवार की तरह रहते हैं. करीब 3 दशक पहले साम्यवाद के ढहने के बाद सड़क के नीचे इनकी जिंदगी शुरू हुई. इनका लीडर ब्रूस ली है, जिसके शरीर पर हमेशा भारी-भरकम चेन लटका रहता है. साथ ही टैटू और चित्र बने रहते हैं.
बताया जाता है कि सबसे पहले ब्रूस ली ने ही यहां 3 लोगों के साथ रहना शुरू किया था. धीरे-धीरे और लोग आते चले गए. इनमें ज्यादातर या तो ड्रग एडिक्ट होते थे या फिर अनाथ. हालांकि, यहां बाहरी लोगों को अंदर जाने के लिए परमिशन लेनी पड़ती है. बिना ब्रूस के इजाजत के कोई भी अंदर नहीं आ सकता है. वह खुद को यहां का किंग कहता है. उसके बिना इस समुदाय का कोई सदस्य कुछ नहीं कर सकता. आपको बता दें कि इस जगह पर घुसने के लिए कई रास्ते हैं, जो अजीबोगरीब हैं. नाले में रहने की वजह से ज्यादातर लोग टीबी के शिकार हैं. वहीं, काफी लोगों को एड्स भी हो चुका है.
यहां रहने वाले लोगों को ब्रूस ली अपना परिवार मानता है. इन लोगों को बाहरी अत्याचार से भी बचाता है. इतना ही नहीं, ली के कारण नशेड़ियों को सोने के लिए गर्म जगह भी मिल जाती है, जिससे वे मरने से बच जाते हैं. बता दें कि इस सीवर का इस्तेमाल कम्युनिस्ट तानाशाह निकोले चाउसेस्कु ने शहर को गर्म रखने के लिए किया था, लेकिन यह योजना कारगर साबित नहीं हुई. ऐसे में इस बर्बाद बुनियादी ढांचे ने अनाथों को रहने की जगह दी, जिन्हें उसकी तानाशाही के पतन के बाद भुला दिया गया था.