भिलाई [न्यूज़ टी 20] लॉस एंजेलिस. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को गुरुवार को अमेरिका के शिखर सम्मेलन (American Summit) में खुली आलोचना का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही उन्हें ब्राजील के दूर-दराज़ नेताओं की शिकायतें भी सुननी पड़ी.
उन्होंने प्रवासियों से लेकर जलवायु परिवर्तन तक के मुद्दों पर प्रगति की मांग की. हाल में कई फैसलों के लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन दुनिया के निशाने पर आए हैं. इसके बाद भी उन्होंने लॉस एंजेलिस में ये समिट रखी,
ताकि दुनिया को ये मैसेज दिया जा सके कि वॉशिंगटन लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की दिशा में काम कर रहा है. मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर के अमेरिकी शिखर सम्मेलन के बहिष्कार के बावजूद संयुक्त राज्य अमेरिका ने बाकी देशों के साथ कई मुद्दों पर बात की.
बाइडन ने अमेरिका के शिखर सम्मेलन में अपना पक्ष रखा, तो क्यूबा, निकारागुआ और वेनेजुएला के वामपंथी नेताओं ने उन्हें निरंकुश बता दिया.
न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जेंटीना के केंद्र-वाम राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज को बाइडन ने काफी मिन्नतें करके इस समिट में हिस्सा लेने के लिए राजी किया था. अल्बर्टो फर्नांडीज ने कहा कि ये संवाद ‘लोकतंत्र को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है.’ फर्नांडीज ने कहा, ‘हालांकि, शिखर सम्मेलन का मेजबान देश होने के नाते अमेरिका के पास महाद्वीप के सदस्य देशों पर प्रवेश का अधिकार लागू करने की क्षमता नहीं है.’
जो बाइडन को यहां तक कि महाद्वीप के छोटे देश ब्राजील की ओर से भी सीधी आलोचना सुननी पड़ी. ब्राजील ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समिट में सभी देशों को आमंत्रित नहीं करना अक्षम्य था. ब्राजील ने क्यूबा के खिलाफ आधी सदी के अमेरिकी दबाव अभियान को मानवता के खिलाफ अपराध भी करार दिया.
ब्राजील के प्रधानमंत्री जॉन ब्रिसेनो ने यह भी सवाल किया कि क्या बाइडन बड़े आर्थिक वादों का पालन करेंगे. उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम जानते हैं कि पैसा कोई समस्या नहीं है.
तीन महीने से भी कम समय में इस गोलार्द्ध में दो देशों ने यूक्रेन को 55 बिलियन डॉलर का वचन दिया.’ जो बाइडन ने अपनी तीखी आलोचना पर विनम्रता से तालियां बजाई और प्रत्येक नेता का अभिवादन किया.
उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा एजेंडा ट्रैक पर है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘भागीदारी से संबंधित कुछ असहमति के बावजूद वास्तविक मामलों पर मैंने जो सुना वह लगभग एकता और एकरूपता थी.’
बाइडन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस बात पर विशेष ध्यान देगा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छ ऊर्जा में सुधार के लिए हम सभी देश एक साथ बेहतर काम कैसे कर सकते हैं.