दुर्ग / कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा द्वारा कौशल विकास व प्लेसमेंट कैंप को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट कक्ष में बैठक का आयोजन किया गया था। कलेक्टर ने कौशल विकास के मोबिलाइजेशन व विस्तार के लिए जनपद और नगरीय निकाय स्तर पर क्लस्टर बनाने की बात कही। जिसमें क्लस्टर बनाकर टीम को विभिन्न ट्रेड जो कि रोजगार मूलक हो उनमें ट्रेनिंग दी जाएगी और यह टीम ट्रेनिंग लेकर अनस्किल्ड युवाओं का मार्गदर्शन करेंगे। युवाओं के रूचि के अनुसार काउंसलर व क्लस्टर में निर्मित टीम, शहर के वार्ड से लेकर ग्रामीण स्तर में कौशल विकास के मोबिलाइजेशन का कार्य और प्लेसमेंट कैंप का आयोजन भी करेगी।
काउंसलर शासन द्वारा संचालित की जा रही मुख्यमंत्री कौशल योजना और ट्रेड से संबंधित जानकारी युवाओं को मुहैया कराएंगे। इससे योजना की जानकारी का विस्तार सभी स्तर में होगा और युवा नवीन ट्रेडों से भी परिचित होंगे। स्किल्ड युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो इसके लिए मई के प्रथम सप्ताह में एक वृहद प्लेसमेंट कैंप का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें लगभग 10 हजार वैकेंसी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। कौशल विकास से जुड़े युवाओं का पुलिस वेरिफिकेशन भी होगा जिससे नियोक्ताओं प्लेसमेंट कैंप में पुलिस वेरीफाइड और स्किलड युवा उपलब्ध होंगें।
कलेक्टर ने आई.टी.आई. और पॉलीटेक्निक कॉलेज के व्ही.टी.पी. (वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाईडर) के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन, संस्थाओं में चल रहे ट्रेड और प्लेसमेंट के संबंध में भी जानकारी मांगी। वर्तमान में देखा गया है कि मल्टी स्किल्ड टेक्निशयन, वर्कर व कर्मचारियों की मांग संस्थाओं व घरों में एक बड़े स्तर पर है। इसी दिशा में जिला प्रशासन द्वारा एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है जिसमें कौशल विकास के अंतर्गत इच्छुक युवा को प्रशिक्षण द्वारा मल्टी स्किल्ड बनाया जाएगा।
कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने संबंधित अधिकारियों को इस दिशा की ओर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए आदेशित किया। ताकि नियोक्ता की विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उसे एक बेहतर विकल्प मिल सके और शहर के युवाओं को रोजगार। इसमें विभिन्न वो संस्था जहां माली, कुक, नाई, धोबी, ड्राईवर इत्यादि की आवश्यकता होती है वहां मल्टी स्किल्ड जानने वाले युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे।