दुर्ग / मनरेगा के तहत 100 दिवस का कार्य पूर्ण कर चुके श्रमिकों को आत्मनिर्भरता के लिए ग्राम पंचायत लिटिया एवं ग्राम पंचायत जोगी-गुफ्फा के मजदूरों को प्रशिक्षण दिया गया। उल्लेखनीय है कि 100 दिन का रोजगार पूरा करने वाले मनरेगा पर आश्रित ऐसे श्रमिकों के कौशल विकास के लिए ‘प्रोजेक्ट उन्नति’ नाम से योजना शुरू की गई है, जिसके तहत सौ दिन पूरा करने वाले श्रमिकों को जिस काम में उसकी रुचि है उसके लिए सरकार उन्हें ट्रेनिंग दिलवाएगी।

इससे नरेगा पर आश्रित रहने वाले श्रमिकों का चयन कर उनकी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, जिससे सीमित रोजगार की जगह उन्हें पूरे साल भर का रोजगार मिल सके। इसी दिशा में धमधा के ग्राम पंचायत लिटिया एवं ग्राम पंचायत जोगी-गुफ्फा में 13 जून से 22 जून 2024 तक श्रमिकों को प्रशिक्षण संस्थान द्वारा मुर्गी पालन, फाईल कवर, मसाला, मशरूम की नर्सरी तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण के बाद बिहान की सक्रिय महिलाएं मनरेगा हितग्राहियों की काउंसलिंग कर उनकी अभिरुचि आधारित ट्रेड की जानकारी संकलित कर दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें एक कुशल, भविष्य के लिए तैयार करेगी।

जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देंवागन ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में मनरेगा के मजदूरों को आत्मनिर्भरता की ओर जोड़ा जा रहा है, जो मनरेगा के साथ-साथ अन्य जिम्मेदारी को निभा सके और उद्यमी की दिशा में अग्रसर हो सके। मजदूरों को मास्टर टेªनर्स के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

उन्हें मुर्गी पालन, आचार, पापड बडी, मसाला, फाईल कवर एवं मशरूम की नर्सरी तैयार करना इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है, ताकि वह अपनी आजीविका में वृद्धि कर सके। 70 मजदूरों को प्रशिक्षण दिया गया है। वही ग्राम पंचायत लिटिया की रोजगार सहायक श्रीमती लक्ष्मी कुर्रे ने बताया कि ग्राम पंचायत लिटिया में 32 मजदूरों को प्रशिक्षण दिया गया।

इसी प्रकार ग्राम पंचायत जोगी-गुफ्फा की रोजगार सहायक खुशबी वर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत जोगी गुफ्फा में 38 मजदूरों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान श्रमिकों को खाद्य प्रसंस्करण में स्वच्छता सुरक्षा, खाद्य पदार्थों की पैकेजिंग और लेबलिंग की जानकारी दी जा रही है।

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