समय इंसानों की ही नहीं मशहूर इलाकों की भी तकदीर पलट देता है. इसकी एक मिसाल कजाकिस्तान का बैकोनूर कॉस्मोड्रोम स्पेसपोर्ट है, एक जमाना था यह सोवियत संघ का मशहूर अंतरिक्ष बंदरगाह हुआ करता था. लेकिन हाल ही में छोड़े जा चुके कॉस्मोड्रोम की भयावह तस्वीरें सामने आई हैं. 11 जून को एक 25 साल का एक व्यक्ति की भीषण गर्मी वाले रेगिस्तान के बीच में स्थित उसी बैकोनूर कॉस्मोड्रोम स्पेसपोर्ट तक पैदल चलने की कोशिश में मौत हो गई. इस घटना ने एक बार फिर से इस कॉस्मोड्रोम को दुनिया में सुर्खियों में ला दिया है जिसका अधिकांश हिस्सा खारिज किया जा चुका है.
रूस की आरआईए समाचार सेवा के अनुसार, मृतक के साथ यात्रा पर गया दूसरा 27 साल व्यक्ति पर हिरासत में बताया जा रहा है. अधिकारियों ने बाद में खुलासा किया कि दो फ्रांसीसी लड़के कॉस्मोड्रोम के पास से गुजर रहे थे. उनमें से एक बीमार पड़ गया. दुखद रूप से उसकी मौत हो गई, जबकि उसका साथी सहायता के लिए बैकोनूर में एक सुरक्षा चौकी पर भाग गया. रूसी अधिकारियों द्वारा घटना की जांच शुरू कर दी गई है.
कजाकिस्तान के रेगिस्तानी स्टेपी में गहरे बसे होने के बावजूद, कॉस्मोड्रोम को रूस ने पट्टे पर ले रखा है और रूस के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के सुरक्षा दस्ते इसकी कड़ी सुरक्षा करते हैं. इस इसका में केवल पहले से बुक किए गए दौरे के माध्यम से ही लोग पहुंच सकते हैं, जो उन्हें अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण देखने का मौका देता है.
बैकोनूर कॉस्मोड्रोम वह ऐतिहासिक स्थल है जहां से स्पुतनिक 1 और वोस्तोक 1 दोनों का प्रक्षेपण किया गया था. स्पुतनिक पहला मानव निर्मित पृथ्वी उपग्रह था, जबकि वोस्तोक ने 1961 में रूसी यूरी गगारिन को लेकर उड़ा था, जिसे पहली मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान माना जाता है. अब, बुरान अंतरिक्ष कार्यक्रम के दो शटल इस सुविधा में धूल खाने के लिए छोड़ दिए गए हैं. एक परीक्षण शटल और दूसरा जिसका 1993 में अंतरिक्ष कार्यक्रम खत्म होने के बाद कभी उपयोग नहीं किया गया.
शीत युद्ध-युग की विशाल सुविधा कजाकिस्तान के रेगिस्तान में गहरे में स्थित है. यह सबसे करीब गांव से 20 मील से अधिक दूर है, जिसके नाम पर इस स्पेसपोर्ट का नाम रखा गया है. यहां अब भी अक्सर सोवियत युग के अंतरिक्ष यान को खोजने के लिए उत्सुक साहसी लोग जाने की कोशिश करते हैं.