जन्मे नवजात के हाथ में था कॉपर-T, गर्भनिरोधक उपाय भी नहीं रोक पाया प्रेग्नेंसी...

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ अनोखा नज़ारा

ब्राज़ील के नेरोपोलिस शहर के हॉस्पिटल साग्रादो कोराकाओ डी जीसस में जन्मे एक नवजात बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। जन्म के तुरंत बाद यह बच्चा अपने हाथ में कॉपर आईयूडी (Intrauterine Device) पकड़े दिखा, जो उसकी मां को गर्भधारण से रोकने के लिए लगाया गया था।

साहिर लुधियानवी के शेर की तरह

जैसा कि मशहूर शायर साहिर लुधियानवी का शेर कहता है –
“हज़ार बर्क़ गिरे लाख आंधियां उट्ठें,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं!”
इस बच्चे की कहानी इस शेर पर बिल्कुल सटीक बैठती है। मां ने गर्भनिरोधक उपाय अपनाया था, लेकिन फिर भी बच्चा जन्म लेने में सफल रहा। डॉक्टर ने इसे चमत्कार बताया और बच्चे के हाथ में आईयूडी को उसकी “जीत की ट्रॉफी” के रूप में दिखाया।

डॉक्टर ने फोटो साझा कर कहानी बताई

बच्चे की मां क्वेइडी अराउजो डी ओलिवेरा ने लगभग दो साल पहले कॉपर आईयूडी लगवाया था। यह उपकरण गर्भनिरोध के सबसे भरोसेमंद तरीकों में से एक माना जाता है और इसकी सफलता दर 99% से अधिक है। फिर भी, नियमित चेकअप के दौरान पता चला कि क्वेइडी गर्भवती हैं।

डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर नतालिया रोड्रिग्स ने मज़ाकिया अंदाज़ में बच्चे के हाथ में आईयूडी रखकर फोटो खींची और सोशल मीडिया पर साझा किया। कैप्शन था:
“मेरी जीत की ट्रॉफी – वो आईयूडी जो मुझे रोक नहीं सका!”

आईयूडी क्या है और कैसे काम करता है?

आईयूडी (Intrauterine Device), जिसे कॉपर-टी भी कहा जाता है, एक छोटा T-आकार का प्लास्टिक और कॉपर का उपकरण है, जिसे गर्भाशय में लगाया जाता है।

  • कॉपर आईयूडी: स्पर्म को नष्ट करता है और भ्रूण के गर्भाशय में ठहरने की संभावना रोकता है।

  • हार्मोनल आईयूडी (IUS): प्रोजेस्टिन हार्मोन रिलीज करता है, जिससे गर्भाशय की परत पतली हो जाती है और गर्भधारण मुश्किल हो जाता है।

कॉपर आईयूडी की असफलता दर केवल 0.6% है। यानी लाखों महिलाओं में से केवल कुछ ही मामलों में यह विफल होता है। इस अनोखी घटना ने इसे और भी चर्चा का विषय बना दिया है।

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