दुनियाभर में एक से बढ़कर एक ऐसी आलीशान इमारते हैं, जिन्हें देखकर हैरानी होती है. इनमें से कोई अपने उत्कृष्ट डिजाइन की वजह से लोगों को आकर्षित करता है, तो कोई अजीबोगरीब कारणों से चर्चा में रहता है. आज हम आपको एक ऐसी ही हवेली के बारे में बताने जा रहे हैं, जो बेंगलुरु में है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह हवेली एक गंगनचुंबी इमारत के टॉप फ्लोर पर बनी हुई है, जिसकी भव्यता देखते ही बनती हैं.
पहली नजर में इसे देखने के बाद ऐसा लगता है मानो यह अमेरिकी राष्ट्रपति का बंगला व्हाइट हाउस हो. लेकिन असल में ये उसी पैटर्न पर बनी एक हवेली है. लेकिन इस घर का मालिक इसमें कदम नहीं रख सकता है. ऐसे में पिछले 14 सालों से ये घर पूरी तरह कम्प्लिट होने का इंतजार कर रहा है.
400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह हवेली 2 मंजिला है, जो ‘व्हाइट हाउस’ जैसी दिखती है. महल जैसा यह घर किंगफिशर टॉवर्स के टॉप पर बना हुआ है, जो 40 हजार वर्ग मीटर के एरिया को कवर करता है. अब आप सोच रहे होंगे कि जिस शख्स ने गगनचुंबी अपार्टमेंट के टॉप पर अपनी हवेली खड़ी कर दी.
वो आखिर यहां क्यों नहीं रह सकता है? ऐसे में बता दें कि इस हवेली का मालिक कोई और नहीं, बल्कि विजय माल्या है. विजय माल्या साल 2016 में भारत छोड़कर फरार हो गया था, क्योंकि उसने कई भारतीय बैकों से बड़ी रकम उधार ली और उसमें से किसी का भी पैसा वापस नहीं लौटाया.
20 मिलियन डॉलर यानी लगभग 168 करोड़ रुपए की लागत से बनी यह हवेली लग्जरी रिटेल और ऑफिस स्पेस यूबी सिटी में गगनचुंबी बिल्डिंग के शीर्ष पर एक कैंटिलीवर स्लैब पर स्थित है. यह 4.5 एकड़ जमीन पर बनी है. आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन बता दें कि इसमें कई ऐसी लग्जरी सुविधाएं होनी थीं, जो इसे दुनिया में सबसे खास बना देती.
लेकिन अब ये बिल्कुल वीरान हालत में है. वैसे इस हवेली में एक वाइन सेलर, एक इनडोर गर्म पूल और एक आउटडोर इन्फिनिटी पूल, छत पर हेलीपैड सहित अन्य सुविधाएं होनी चाहिए थीं. लेकिन विजय माल्या का देश छोड़कर भाग जाने के कारण ये सब नहीं बन पाया.
बता दें कि विजय माल्या द्वारा सपनों का घर बनाने की प्लानिंग की घोषणा के बाद यह 2010 में बनकर पूरी तरह से तैयार हुआ था. यह हवेली जिस 34 मंजिला गगनचुंबी इमारत पर बनी है, उसमें 3 ब्लॉकों में लगभग 81 अपार्टमेंट मौजूद हैं. इसे यूबी सिटी के विस्तार हिस्सा माना गया, जिसे यूनाइटेड ब्रुअरीज होल्डिंग्स लिमिटेड (यूबीएचएल) और प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के बीच एक ज्वॉइंट डेवलपमेंट एग्रीमेंट के तहत बनाया गया था.
यूबीएचएल के पास 55 फीसदी और डेवलपर के पास अन्य 45 फीसदी का मालिक है. उल्लेखनीय है कि बीते जुलाई में सेबी ने भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को भारतीय सिक्योरिटीज मार्केट से 3 साल के लिए बैन कर दिया था. माल्या अब मार्केट में 3 साल तक किसी भी तरह से लेन-देन नहीं कर सकेगा. इसके अलावा सेबी ने माल्या की सभी सिक्योरिटी होल्डिंग्स को फ्रीज करने का आदेश दिया था, जिसमें म्यूचुअल फंड यूनिट्स भी शामिल हैं.