
कई बार सरकार लोगों की जमीन पर कब्जा कर लेती है, जहां से कोई बड़ी सड़क, रेलमार्ग आदि निकालने की योजना बन रही हैं. ऐसे में मकान मालिक और सरकार के बीच कानूनी लड़ाई भी हो जाती है. कभी मुआवजे पर बात अटक जाती है तो कई बार मकान मालिक ही जिद पर आ जाता है कि वह जमीन नहीं छोड़ेगा. चीन के जियानक्सी प्रांत में एक मकान पर विवाद हुआ, सरकार ने तंग आकर घर के दोनों तरफ से हाईवे बना दिया. इसके बाद हाईवे के बीच के घर में ट्रैफिक के शोर से तंग आकर परिवार ने वह घर छोड़ दिया. आई ऑफ जिंक्स नाम से प्रसिद्ध यह नेल हाउस चर्चा का विषय बना हुआ है.
शर्तों पर अटका मामला
ऊंचाई से देखने पर आंख जैसा दिखने के कारण इस नेल हाउस को आई ऑफ जिंक्सी’ कहा जाता है. यह घर अप्रैल में उस समय चर्चा में आया था जब सरकार ने हाईवे बनाने के लिए मुआवज़ा प्रस्तावित किया लेकिन हुआंग ने किस्तों में रकम लेने की शर्त मानने से इनकार कर दिया था. आखिरकार उसके मालिक हुआंग पिंग ने छोड़ दिया.
दोनों तरफ सड़क चारों ओर से घिरा घर
इसके बाद सरकार ने उनके घर को छोड़कर चारों ओर से सड़क बना दी, जिससे यह बीच सड़क पर अकेला खड़ा रह गया. शुरुआत में हुआंग और उनका परिवार मजबूती से डटे रहे, लेकिन हाईवे शुरू होने के बाद लगातार शोर, भारी ट्रकों की आवाज़ और कंपन के चलते घर में रहना बेहद मुश्किल हो गया.
https://www.instagram.com/reel/DEmYOw5xTAp/?utm_source=ig_web_copy_link

नहीं रहा रहने लायक
चूंकि घर में साउंडप्रूफिंग जैसी कोई सुविधा नहीं थी, इसलिए यह धीरे-धीरे रहने योग्य नहीं रहा. हाल ही में टूटे हुए शीशे और घर के चारों ओर उगी घास-फूस देखकर लोगों को पता चला कि परिवार ने मकान खाली कर दिया है. यह साफ नहीं है कि परिवार आखिर कब घर छोड़ कर चला गया.
अब नहीं मिलेगा वैसा मुआवजा
बाद में जब स्थानीय समाचार एजेंसियों ने मकान मालिक से संपर्क किया तो इस बात की पुष्टि हुई कि परिवार ने ट्रैफिक के शोर आदि से तंग आकर घर छोड़ दिया था. अब वे पास के किराये के मकान में रह रहे हैं. वे नहीं जानते है कि उनकी सम्पत्ति का अब क्या होगा. अब समस्या ये है कि अगर ये मकान गिरा भी दिया जाता है तो हुआंग को दिए गए पहले प्रस्ताव से काफी कम रकम का मुआवजा मिलेगा.
