टीम इंडिया के टेस्ट प्लेयर नंबर-318: अंशुल कंबोज की संघर्ष से सफलता तक की कहानी...

इंडिया-ए से सीधे टेस्ट डेब्यू तक पहुंचे अंशुल कंबोज

टीम इंडिया के टेस्ट प्लेयर नंबर-318 बने अंशुल कंबोज का क्रिकेट सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। इंग्लैंड दौरे के लिए उनका चयन पहले इंडिया-ए टीम में हुआ था, जो इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने वाली थी। इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद वे वापस लौटे लेकिन जैसे ही आकाश दीप और अर्शदीप सिंह चोटिल हुए, अंशुल को टेस्ट टीम में कवर प्लेयर के तौर पर शामिल किया गया।

मैनचेस्टर टेस्ट में उन्हें डेब्यू का मौका मिला और यहीं से उनका अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू हुआ।

ग्लेन मैक्ग्रा से प्रेरित, अंशुल की बॉलिंग में झलकती है परफेक्शन

अंशुल कंबोज के आदर्श हैं ग्लेन मैक्ग्रा, जिनकी जैसी टप्पा आधारित गेंदबाजी का असर उनकी गेंदों में भी दिखता है। वह लगातार 140+ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं।
वे हरियाणा की ओर से घरेलू क्रिकेट में खेलते हैं और अंडर-14 से लेकर अंडर-19 तक सभी स्तर पर राज्य टीम का हिस्सा रहे हैं।

विजय हजारे ट्रॉफी और आईपीएल से मिली पहचान

2023 में विजय हजारे ट्रॉफी में हरियाणा की जीत में अंशुल ने 17 विकेट लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके बाद IPL 2024 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें ₹20 लाख में खरीदा और उन्हें 3 मैचों में खेलने का मौका मिला।

हालांकि सीजन के बाद MI ने उन्हें रिलीज कर दिया।

रणजी में 10 विकेट, CSK ने ₹3.8 करोड़ में खरीदा

आईपीएल से रिलीज़ होने के बाद रणजी ट्रॉफी में केरल के खिलाफ एक पारी में 10 विकेट लेकर उन्होंने इतिहास रच दिया। इस प्रदर्शन ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया और IPL 2025 की नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें ₹3.8 करोड़ में खरीदा।

अब तक ऐसा रहा अंशुल कंबोज का क्रिकेट करियर

  • फर्स्ट क्लास: 24 मैच, 79 विकेट (औसत 22.88), सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन – 10/49

  • लिस्ट-ए: 25 मैच, 40 विकेट

  • टी20: 30 मैच, 34 विकेट

  • आईपीएल: 11 मैच, 10 विकेट (औसत 28.6)

अंशुल ने साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास से हर सपना हकीकत बन सकता है।

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