बाल विवाह समाप्त करने सुकमा प्रशासन की बड़ी पहल...

20 सितंबर को शबरी ऑडिटोरियम में जिला स्तरीय कार्यशाला

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने के लिए जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के नेतृत्व और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में 20 सितंबर 2025 को शबरी ऑडिटोरियम, कुम्हाररास में जिला स्तरीय विशेष कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान की शुरुआत

  • इस अभियान की शुरुआत 10 मार्च 2024 को की गई थी।

  • मुख्य उद्देश्य: बाल विवाह की रोकथाम, समाज में जागरूकता, और बच्चों के सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित करना।

  • वित्तीय वर्ष 2025-26 की कार्ययोजना में इसे और प्रभावी तरीके से लागू करने का लक्ष्य।

कार्यशाला में होने वाली प्रमुख गतिविधियां

इस कार्यक्रम में विभिन्न स्तरों पर चर्चा और प्रशिक्षण होगा, जिनमें शामिल हैं:

  • बाल विवाह रोकथाम के उपाय

  • कानूनी प्रावधानों की जानकारी

  • जनजागरूकता अभियान की रणनीतियां

  • महिला एवं बाल विकास योजनाओं की भूमिका

  • बच्चों के अधिकार और संरक्षण

प्रतिभागियों की भागीदारी

कार्यशाला में निम्नलिखित लोग शामिल होंगे:

  • जिले के अधिकारी और कर्मचारी

  • जनप्रतिनिधि

  • ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव

  • समाज के गणमान्य नागरिक

जिला प्रशासन ने अधिक से अधिक लोगों से इस आयोजन में शामिल होने और बाल विवाह मुक्त समाज की दिशा में योगदान देने की अपील की है।

सामाजिक बदलाव की ओर बड़ा कदम

यह कार्यशाला सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त बनाने की ऐतिहासिक पहल है। इससे बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षित बचपन की गारंटी मिलेगी।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *