नई दिल्ली. केनरा बैंक के शेयरों ने पिछले एक साल में निवेशकों का पैसा दोगुना कर दिया है. अब सरकारी बैंक अपने शेयरों को तोड़ने या स्टॉक स्प्लिट पर विचार कर रहा है. संभव है कि आज यानी सोमवार को बैंक की ओर से इस संबंध में कोई फैसला ले लिया जाए. अगर ऐसा होता है तो 7 साल बैंक के लिए कोई बड़ा इवेंट होने वाला है. इससे पहले 2017 में बैंक ने 1124 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू जारी किया था.

राइट्स इश्यू में कंपनियां मौजूदा शेयरधारकों को और शेयर खरीदने के लिए आमंत्रित करती हैं. बहरहाल, अभी इसके निवेशकों की नजर स्टॉक स्प्लिट पर होगी. बोर्ड की बैठक सोमवार को होनी है और इस दिन बाजार काम करेगा. इसलिए शेयरों में उतार-चढ़ाव का दौर लगा रह सकता है. बता दें कि एक्सचेंज को दी गई जानकारी में डायरेक्टर्स, बैंक के बड़े अधिकारी और बैंक सिक्योरिटीज के लिए ट्रेडिंग विंडो 28 फरवरी तक बंद कर दी गई है.

शेयरों की क्या है स्थिति

शुक्रवार को केनरा बैंक के शेयर एनएसई पर 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 580.45 रुपये के स्तर पर बंद हुए. पिछले एक हफ्ते में इस शेयर ने निवेशकों का 1.30 फीसदी का नुकसान कराया है. एक महीने की बात करें तो निवेशकों को 23 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिला है. एक साल में बैंक के शेयरों ने 114 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न देकर निवेशकों का पैसा डबल से ज्यादा कर दिया है. केनरा बैंक के शेयरों ने शुक्रवार को अपने 52 हफ्तों का हाई 598.80 भी छुआ था. मौजूदा शेयर प्राइस पर कंपनी का मार्केट कैप 1.05 लाख करोड़ रुपये है. कंपनी को दिसंबर तिमाही में 35630 करोड़ रुपये का रेवेन्यू प्राप्त हुआ था. इसी तिमाही में बैंक को 3738 करोड़ रुपये का मुनाफा भी मिला है.

क्या होता है स्टॉक स्प्लिट

स्टॉक स्प्लिट में शेयरों को तोड़ दिया जाता है. इससे शेयरों की कीमत कम हो जाती है और लेकिन उनकी संख्या बढ़ जाती है. इससे मौजूदा शेयरधारकों के निवेश में न कोई इजाफा होता है और न ही नुकसान. क्योंकि भले ही उनके पास 1 की जगह 2 शेयर हो जाएं लेकिन उनकी वैल्यू कुल मिलाकर पुराने वाले एक शेयर जितनी ही होती है. स्टॉक स्प्लिट का मकसद नए निवेशकों को लुभाना होता है जो शेयरों की ऊंची कीमत होने के बाद उसमें निवेश से कतराने लगते हैं.

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