बिलासपुर। लगातार सूचना और अगाह करने के बाद भी लोग जालसाजों के घेरे में आकर अपने जीवनभर की गाढ़ी कमाई लुटा रहे हैं। ऐसे ही एक मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फिर देखने में आया है। पीडब्ल्यूडी के एक रिटायर अफसर को जालसाजों ने ऐसा डराया और धमकाया कि अपने जीवनभर की गाढ़ी कमाई का 54 लाख रुपये लुटा दिए। जालसाजों ने पहले रिटायर्ड अफसर को उनके मोबाइल पर पोर्न वीडियो अपलोड करा दिया।

बिलासपुर रेंज साइबर थाना पुलिस टीम ने धोखाधड़ी और जालसाजी करने वाले तीन युवकों को राजस्थान और हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के मोबाइल को जब्त कर जांच की जा रही है। इससे और भी धोखाधड़ी के मामले सामने आने की संभावना जताई जा रही है।

सीएसपी निमितेष सिंह ने बताया कि सिविल लाइन क्षेत्र के अज्ञेय नगर में रहने वाले जयसिंह चंदेल(71) रिटायर्ड अधिकारी हैं। उनके मोबाइल पर 24 जून को अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ठगों ने रिटायर्ड अधिकारी को अपने मोबाइल से पोर्न वीडियो अपलोड करने कहा। इसी बीच उसके मोबाइल नंबर पर एफआईआर की कापी भेजी।

इसमें दर्ज मोबाइल नंबर रिटायर्ड अधिकारी का नहीं था। इस पर जालसाजों ने उनके आधार कार्ड नंबर भी बताया। रिटायर्ड अधिकारी ने इस मामले में शामिल नहीं होने की बात कही। जालसाजों ने अपनी बात पर फंसाया और झांसा दिया कि मामले की जांच मुंबई पुलिस और ईडी द्वारा की जा रही है। गंभीर मामले से नाम हटाने के लिए रिटायर्ड अधिकारी से रुपये मांगे।

धमकी से डरे और लुटा दी जीवन भर की कमाई

जालसाजों की धमकियों से डरे अधिकारी ने जालसाजों की बात में आकर अलग-अलग बैंक खातों में 54 लाख रुपये जमा करा दिए। इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी अपने बेटे को दी। बेटे से उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी हुई। पीड़ित ने मामले की शिकायत रेंज साइबर थाने में की। इस पर पुलिस की टीम ने जांच शुरू कर दी।

राजस्थान और हरियाणा में पकड़ आया जालसाज

साइबर सेल की जांच में पता चला कि आरोपित राजस्थान और हरियाणा के रहने वाले हैं। इस पर पुलिस की टीम को राजस्थान और हरियाणा रवाना किया गया। जवानों ने मामले में शामिल विजय(29) निवासी ढ़ाणी शेरावाली थाना ऐलनाबाद जिला सिरसा हरियाणा, अमित जालप(23) निवासी शादुलशहर जिला श्रीगंगानगर राजस्थान और निखिल सैनी(18) निवासी सरस्वती नगर श्रीगंगानगर राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने अलग-अलग लोगों के नाम पर लिए मोबाइल नंबर और उनके खातों का उपयोग करना बताया। आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।

लगातार बदल रहे थे ठिकाना

पकड़े गए आरोपित शातिर किस्म के हैं। पुलिस से बचने के लिए दूसरे लोगों के नाम से सिम ले लिया।इसी सिम के जरिए आपस में संपर्क बनाकर रख रहे थे। ठगी की रकम को उन बैंक खातों से मंगाया जिसका एटीएम पहले से ही रखे हुए थे। ठगी का रकम एटीएम के जरिए निकाल लिया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ठगी की रकम को जब्त करने आरोपित के बैंक डिटेल की जानकारी जुटा रही है।

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