हजारीबाग. हजारीबाग में एक महिला को सांप ने काट लिया. इसके बाद करीब दर्जन भर ओझा-गुनी पहुंच गए और लगातार झाड़-फूंक चली. लेकिन 24 घंटे के बाद महिला की मौत हो गई. उधर, लोगों ने सांप को भी पकड़ रखा था. महिला की मौत के बाद सांप को भी मार दिया गया. फिर दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया. यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.

पूरा मामला हजारीबाग के ईचाक थाना अंतर्गत सिमरातरी गांव का है, जहां प्रभु सिंह की 37 वर्षीय पत्नी सुगिया देवी को सांप ने काट लिया. यह घटना तब घटी जब महिला घर में दीवार पर बने वेंटिलेटर पर रखी पॉलीथिन से चीनी निकाल रही थी. उसी दौरान कुंडली मारकर बैठे सांप ने महिला की उंगली में काट लिया, जिसके बाद वह चीखने-चिल्लाने लगी. परिजन सहित आसपास के लोग जमा हो गए.

पति गया था बाहर

सूचना फैलते ही पीड़िता के घर पर दर्जन भर ओझा-गुनी जुट गए और झाड़-फूंक शुरू कर दी गई. इधर, पीड़िता के पति मजदूरी के लिए शहर आ गए थे. वह शाम को लौटे तो पूरी घटना से अवगत हुए. इसके बावजूद महिला को अस्पताल ले जाने के बजाय रात भर झाड़-फूंक का सिलसिला चलता रहा. अगले दिन सुबह महिला की मौत हो गई.

दोनों का साथ अंतिम संस्कार

उधर, महिला को काटने के बाद सांप घर से बाहर जाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया और ट्राम में बंद कर दिया. महिला की मौत से गुस्साए लोगों ने सांप ट्राम से निकाला और उसे मार डाला. फिर महिला और सांप के शव को श्मशान घाट ले जाया गया, जहां एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ गए लोग

इस संबंध में डाढ़ीघाघर पंचायत के मुखिया नंदकिशोर मेहता ने बताया कि सिमरातरी गांव प्रभु सिंह की सुगिया देवी को सांप ने काट लिया था, जिसके बाद अस्पताल ले जाने के बदले झाड़ फूंक की जाती रही. यह सिलसिला करीब 24 घंटे तक चला. उसके बाद महीला की मौत हो गई. बताया कि महिला की मौत के बाद उन्हें इस घटना की सूचना मिली. फिर वह भी उक्त गांव गए व लोगों को बताया कि सर्पदंश के मामले में ओझा गुनी के चक्कर में न पड़कर डॉक्टर के पास जाना चाहिए. इससे पीड़ित की जान जाने की संभावना बहुत हद से कम हो जाती है, लेकिन लोगों ने नहीं सुना.

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