नई दिल्ली.
- इस पाइपलाइन को 377 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया गया है. बांग्लादेश के पाइपलाइन के हिस्से की लागत 285 करोड़ रुपया है.
- भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन 131.5 किलोमीटर लंबी है और इसका इस्तेमाल भारत से बांग्लादेश को डीजल की आपूर्ति के लिए किया जाएगा.
- भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन से डीजल की आपूर्ति इस साल जून में प्रायोगिक आधार पर शुरू होगी.
- इस पाइपलाइन परियोजना का निर्माण भारत की अनुदान राशि की मदद से 2018 में शुरू हुआ.
- भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन से हर साल उत्तरी बांग्लादेश के सात जिलों में 1 मिलियन मीट्रिक टन हाई-स्पीड डीजल की सप्लाई की जाएगी.
- भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) के सिलीगुड़ी स्थित मार्केटिंग टर्मिनल से बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (बीपीसी) के पारबतीपुर डिपो तक जाती है.
- भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन के आगे विस्तार के विकल्प के साथ ईंधन परिवहन सौदा 15 साल के लिए प्रभावी होगा.
- पीएम मोदी के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन का संचालन भारत से बांग्लादेश तक एचएसडी (हाई-स्पीड डीजल) के परिवहन के लिए एक स्थाई, भरोसेमंद, कम लागत वाला और पर्यावरण के अनुकूल साधन तैयार करेगा और ऊर्जा सुरक्षा में सहयोग को और बढ़ाएगा.