दुर्ग / कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। मातृ मृत्यु के अंतर्गत जिले में 2022-23 में 19 मौते एवं 2023-24 (अप्रैल से अक्टूबर तक) 14 मौते हुई है, जो कि अलग-अलग बीमारी से ग्रसित मरीज थे। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी जे.पी.मेश्राम के साथ सभी विकासखंड के स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे।  कलेक्टर ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी ली। इसके तहत टीबी के लक्षण के आधार पर अर्थात टीबी होने की शंका में 33 हजार 330 मरीजों की जांच का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 21 हजार 474 मरीजों की जांच की गई। धमधा, पाटन एवं दुर्ग विकासखंडों को मिलाकर कुल 4500 मरीजों की जांच का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें जनवरी से अक्टूबर तक कुल 3607 मरीजों का परीक्षण किया गया।
जिले में दुर्ग, पाटन और धमधा विकासखण्ड को मिलाकर कुल 304 ग्राम पंचायत में 100 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त किया गया है। समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले में कुष्ठ रोग की जानकारी ली। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कुष्ठ रोग त्वचा के कुछ क्षेत्रों को प्रभावित करता है जो गंभीर स्थिति में भी हो सकता है। जिले में 546 कुष्ठ रोग के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले में डेंगू के 778 संभावित मरीज मिले, जिसमें 285 मरीजों में पॉजिटीव केस पाया गया। कलेक्टर ने स्वास्थ्य केन्द्रों में राष्ट्रीय मिशन के अंतर्गत रिक्त पदों की पूर्ति की जानकारी ली। कलेक्टर ने आचार संहिता समाप्त होने के उपरांत भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने भवन निर्माण के कार्यो की समीक्षा की।
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